नये सर्वे के अनुसार सभी कारों में एयरबैग नहीं, बल्कि डैशकैम होना चाहिये अनिवार्य

हाइलाइट्स
- 48 प्रतिशत लोग डैशकैम को नई कारों में सबसे बड़ा सुरक्षा फीचर मानते हैं
- 32 प्रतिशत लोग 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग वाली कारों के पक्ष में हैं
- सर्वेक्षण में दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से 3,000 जवाब देह लोगों ने हिस्सा लिया
पार्क+ रिसर्च लैब्स द्वारा हाल ही में दिल्ली एनसीआर, मुंबई और बैंगलोर में 3,000 कार मालिकों का सर्वेक्षण करने के बाद भारत के कार खरीदारों की सुरक्षा प्राथमिकताओं में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. लंबे समय से चली आ रही अपेक्षाओं के विपरीत, लगभग आधे (48 प्रतिशत) उत्तरदाताओं ने अब फ्रंट और रियर डैशकैम को सबसे पहली प्राथमिकता दी है, क्योंकि उनका मानना है कि इसे सभी नई कारों में अनिवार्य किया जाना चाहिए.

कारों में लगे डैशकैम हर कोण से वास्तविक समय का डेटा रिकॉर्ड करते हैं और उसे इकठ्ठा करते हैं
यह बढ़ती मांग सड़क सुरक्षा मुद्दों जैसे कि आक्रामक ड्राइविंग, हिट-एंड-रन घटनाओं और जटिल बीमा दावों पर बढ़ती चिंताओं से उपजी है. डैशकैम, जिन्हें कभी वैकल्पिक ऐड-ऑन के रूप में देखा जाता था, अब आवश्यक उपकरण के रूप में देखे जाते हैं जो न केवल चालक की जवाबदेही बढ़ाते हैं बल्कि घटना के बाद मूल्यवान साक्ष्य भी देते हैं.
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भारतीय बाजार में एमजी एस्टोर, किआ सेल्टॉस और महिंद्रा एक्सयूवी700 जैसे मॉडल अपने महंगे वैरिएंट में मानक फिटमेंट के रूप में डैशकैम देते हैं. यह फीचर आधिकारिक एक्सेसरी या आफ्टरमार्केट विकल्प के रूप में भी उपलब्ध है.

भारत में नई कार खरीदने वालों के लिए एयरबैग की संख्या दूसरी प्राथमिकता बन गई है
सर्वेक्षण में एयरबैग और क्रैश टैस्ट रेटिंग जैसे आम तौर पर चर्चित सुरक्षा पहलू सूची में शीर्ष पर नहीं थे. जबकि 32 प्रतिशत कार मालिक अभी भी 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग वाली कार पसंद करते हैं, इसे अब प्रतिस्पर्धी लाभ के बजाय आधारभूत अपेक्षा के रूप में देखी जाती है. इस बीच, केवल 10 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने छह एयरबैग को प्राथमिकता माना, और केवल 8 प्रतिशत ने ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक का चयन किया. इन सेग्मेंट के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा विकल्प महत्वपूर्ण गति प्राप्त करने में विफल रहे, केवल 2 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने उनका उल्लेख किया.
पार्क+ ने पहले भारत में एक सर्वेक्षण किया था, जिसमें भारत भर के 6,000 कार मालिकों से बात की गई थी. उस अध्ययन में पाया गया कि भारतीय कार खरीदारों के लिए आराम फीचर्स सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं, 78 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने वेंटिलेटेड सीटों को ज़रूरी बताया. सनरूफ़ (11 प्रतिशत), एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) (8 प्रतिशत) और बड़ी इंफोटेनमेंट स्क्रीन (3 प्रतिशत) जैसे फीचर्स की मांग बहुत कम रही.