दिल्ली सरकार ने ऑटो और टैक्सी का किराया बढ़ाया
हाइलाइट्स
राष्ट्रीय राजधानी में ऑटो और टैक्सी से यात्रा करना अब ज़्यादा महंगा हो जाएगा क्योंकि दिल्ली सरकार ने हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में किराए में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है. जहां ऑटो-रिक्शा के किराए में रु 5 की वृद्धि की गई है वहीं ऐसी और नॉन-ऐसी टैक्सी के प्रति किलोमीटर शुल्क में रु. 4 और रु. 3 की बढ़त हुई है. सीएनजी की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर किराए में बढ़ोतरी की गई है, जो वर्तमान में रु. 78 प्रति किलो है. ऑटो किराए को आखिरी बार 2020 में बढ़ाया किया गया था जबकि टैक्सियों के लिए यह 2013 में किया गया था. नया किराया कुछ हफ्तों में लागू होगा.
ऑटो किराए को आखिरी बार 2020 में बढ़ाया किया गया था.
ऑटो रिक्शा में पहले 1.5 किमी का किराया मौजूदा रु 25 से रु. 30 कर दिया गया है. इसके बाद हर किलोमीटर के लिए यात्रियों को वर्तमान रु. 9 के बजाय रु 11 देने होंगे. रात्रि शुल्क पहले की तरह 25 प्रतिशत अतिरिक्त रहेगा, जबकि प्रतीक्षा शुल्क प्रति मिनट रु. 0.75 होगा. एक ऑटो रिक्शा में अतिरिक्त सामान अब के लिए अब रु 7.5 की जगह रु. 10 चुकाने होंगे.
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टैक्सी में शुरुआती 1 किमी के लिए किराए को रु 40 कर दिया गया है जो पहले से रु 15 ज़्यादा है. इसके बाद गैर-एसी पर प्रति किलोमीटर के लिए रु 14 की जगह अब रु 17 देने होंगे. वहीं ऐसी टैक्सी के लिए रु 16 कि जगह रु 20 चुकाने होंगे. प्रतीक्षा शुल्क को वर्तमान रु 30 की जगह 15 मिनट रुकने के बाद रु. 1 प्रति मिनट कर दिया गया है. एक टैक्सी में अतिरिक्त सामान ले जाने के लिए रु. 10 की जगह रु. 15 चुकाने होंगे.