एक्सक्लुसिव: महिंद्रा थार ने ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में 4 सितारे हासिल किए
हाइलाइट्स
महिंद्रा के लिए एक और 4 सितारा नतीजा आया है! नई महिंद्रा थार एसयूवी का ग्लोबल एनकैप द्वारा क्रैश टेस्ट किया गया है और कार को सुरक्षा के लिए चार स्टार रेटिंग हासिल हुई है. यह महिंद्रा थार को देश की सबसे सुरक्षित ऑफ-रोडर बनाता है. कार को बच्चों को मिलने वाली सुरक्षा के लिए भी 4 स्टार ही मिले हैं जो काफी सराहनीय है. थार के अलावा महिंद्रा एक्सयूवी 300 ही अब तक की अकेली भारत में बनी कार थी (अब तक परीक्षण की गई सभी कारें में), जिसमें बच्चों की सुरक्षा को 4 स्टार मिले थे. लेकिन थार का स्कोर अभी तक सबसे ज़्यादा है. ग्लोबल एनकैप के महासचिव एलेज़ांद्रो फुरास ने हमें बताया, “(यह परीक्षण) दिखाता है कि भारतीय बाज़ार में अच्छे सुरक्षा प्रदर्शन की पेशकश करना संभव है. ऐसे निर्माताओं को देखना प्रोत्साहन देता है जो अपने वाहनों में यात्रा करने वाले बच्चों के लिए उच्च स्तर की सुरक्षा देते हैं. थार महिंद्रा की कारों की सुरक्षा में सुधार करने की क्षमता को प्रदर्शित करती है.”
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कार को बच्चों को मिलने वाली सुरक्षा के लिए भी 4 स्टार ही मिले हैं जो काफी सराहनीय है.
थार का दो एयरबैग और एबीएस (एंटीलॉक ब्रेक) के मानक सुरक्षा उपकरणों के साथ परीक्षण किया गया. हम साफ करना चाहते हैं कि परीक्षण कार के सॉफ्ट-टॉप मॉडल पर भी लागू होता है. सामने से टक्कर लगने पर, परीक्षण डमी को सिर, गर्दन और छाती के क्षेत्र में पर्याप्त सुरक्षा मिली. हालांकि ड्राइवर साइड फुटवेल को अस्थिर दर्जा दिया गया, और यही कारण था कि थार 5 स्टार रेटिंग से चूक गई. इसकी वजह से डमी को घुटने के क्षेत्र में कुछ चोट लगी. लेकिन कुल मिलाकर थार के बॉडी शैल को एक स्थिर रेटिंग मिली, एक ऐसी चीज़ जो हाल में टैस्ट की गई ह्यून्दे ग्रैंड i10 निऑस और मारुति सुजुकी एस-प्रेसो जैसी कारों में नही देखी गई थी. यहां तक कि किआ सेल्टोस भी इस मामले एक हद तक ही कामयाब हो पाई थी. कार का साइड की टक्कर के लिए भी टैस्ट किया गया और यह यूएन 95 नियमों को पूरा करती है.
थार का दो एयरबैग और एबीएस (एंटीलॉक ब्रेक) के मानक सुरक्षा उपकरणों के साथ परीक्षण किया गया.
बच्चों की सुरक्षा के मामले में कार 5 स्टार स्कोर के ज़्यादा करीब आई. सामने की ओर देखती पिछली सीट में आईसोफिक्स चाइल्ड सीट एंकर और 3-पॉइंट सीटबेल्ट मिलते हैं. ग्लोबल एनकैप का कहना है कि 'छोटे बच्चों के लिए यात्रा करने का एकमात्र सुरक्षित तरीका ठीक से लगी चाइल्ड सीट है, यह आकलन करता है कि निर्माता द्वारा बताई गई चाइल्ड सीट्स कितनी सटीक तरीके से फिट होती हैं और क्रैश टेस्ट में कितनी सुरक्षा देती हैं'. थार के परीक्षण में बच्चों के लिए लगभग पूर्ण सुरक्षा देखने को मिली. यहां ज़रूरी यह है कि स्कोर को वैध मानने के लिए, महिंद्रा को यह फीचर मानक रूप में पेश करना चाहिए, जिसका अर्थ है कि बिना सीटबेल्ट वाली साइड में देखती सीटों का वेरिएंट अब मान्य नही है.
थार चौथा महिंद्रा मॉडल है जिसका ग्लोबल NCAP द्वारा परीक्षण किया गया है.
ईएससी या इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल थार पर मानक नहीं है, लेकिन कार की ईएससी मॉडल का स्थिरता के लिए परीक्षण किया गया. और यहाँ परिणाम संतोषजनक नहीं था. हालांकि कार न्यूनतम आवश्यक नियमों को पूरा करती है, इसने एक अस्थिर व्यवहार दिखाया जिसमें कुछ सुधार की आवश्यकता होगी. महिंद्रा का कहना है कि वह ज़रूरी बदलावों के लिए परिणामों का आकलन शुरु कर चुका है और कार पर ESC को मानक बनाने पर विचार कर रहा है.
कार की ईएससी मॉडल का स्थिरता के लिए परीक्षण किया गया और परिणाम संतोषजनक नहीं था.
थार चौथा महिंद्रा मॉडल है जिसका ग्लोबल NCAP द्वारा 'भारत के लिए सुरक्षित कार' कार्यक्रम के तहत परीक्षण किया गया है. 2016 में स्कॉर्पियो पहला था, और इसे एक शून्य स्टार रेटिंग मिली थी. लेकिन तब से कंपनी ने वास्तव में चीजों को बदल दिया, और वादा किया कि अब कोई भी नया मॉडल 4 सितारों से नीचे नहीं जाएगा. Marazzo का परीक्षण 2018 में किया गया था और इससे M & M को पहली 4 सितारा रेटिंग मिली. और फिर इस साल जनवरी में XUV300 को न केवल 5 स्टार मिले, बल्कि भारत में बनी किसी भी कार के लिए यह सबसे ऊंचा स्कोर था. इसलिए महिंद्रा के पास अब भारत की सबसे सुरक्षित एमपीवी, सबसे सुरक्षित ऑफ-रोडर और सबसे सुरक्षित कार होने का गौरव हासिल है.
हाल ही में ह्यून्दे ग्रैंड i10 निऑस, मारुति सुजुकी एस-प्रेसो और किआ सेल्टोस पर भी क्रैश टैस्ट किया गया था.
टुवर्ड्स ज़ीरो फाउंडेशन और ग्लोबल एनकैप के अध्यक्ष डेविड वार्ड ने कहा, “भारतीय कार बाजार में बढ़ती वाहन सुरक्षा को देखना बहुत संतोषजनक है, यह सूचित ग्राहकों की समझ के साथ न्यूनतम नियमों को जोड़ती है, जो हमेशा सुरक्षित वाहनों के लिए मांग को बढ़ाने में मदद करता है.” दिलचस्प बात यह है कि 5 सितारों वाली भारत की एकमात्र कारें XUV 300, Tata Altroz और Tata Nexon हैं - जिसका मतलब है कि कोई भी विदेशी कंपनी भारत में अभी तक 5 स्टार कार नहीं बना पाई है. अन्य 4-स्टार स्कोर वाली भारत में बनी कारों में मारुति सुजुकी विटारा ब्रेज़ा, टाटा टियागो / टिगोर और ज़ेस्ट (और अपने पहले परीक्षण में नेक्सॉन), टोयोटा इटिओस लीवा और वोक्सवैगन पोलो रही हैं.
Last Updated on November 25, 2020