दिल्ली: गैर-कोरोनावायरस रोगियों के लिए ओला की मुफ्त एम्बुलेंस सेवा
हाइलाइट्स
राइड हेलिंग कंपनी ओला कोरोनावायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में कई तरह के महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. इसमें विभिन्न राज्यों के राहत कोष राशि देने के साथ-साथ पीएम फंड में मदद भी शामिल है. कंपनी देश भर के विभिन्न शहरों में आपातकालीन कैब सेवाएं भी चला रही रही है जिनके लिए आपको थोड़े पैसे चुकाने होते हैं. अब दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के साथ एक साझेदारी में ओला अपनी नई पहल में राजधानी के एम्बुलेंस नेटवर्क को बढ़ाने के लिए आगे आई है. कंपनी के बेड़े का उपयोग मिनी-एम्बुलेंस के रूप में किया जाएगा, जो नागरिकों को कम से कम देरी के साथ चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाएगा.
कैब मास्क और सैनिटाइज़र से लैस हैं और विशेष रूप से प्रशिक्षित ड्राइवर इनको चला रहे हैं.
यह मुफ्त सेवा इस कठिन समय के दौरान आवश्यक चिकित्सा परिवहन की कमी को पूरा करने में सहायता करेगी. किसी भी गैर-कोरोनावायरस चिकित्सा देखभाल के लिए एम्बुलेंस की आवश्यकता वाले नागरिक 102 डायल कर सकते हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम रोगी को मुफ्त में अस्पताल ले जाने के लिए एक टैक्सी आवंटित करेगी. इन चिकित्सा यात्राओं में चेक-अप, डायलिसिस, कीमोथेरेपी और चोटों जैसी तत्काल चिकित्सा जरूरतों को शामिल किया जा सकता है. हर कैब में मास्क और सैनिटाइज़र देकर कंपनी एक स्वच्छ और सुरक्षित सवारी के अनुभव का वादा कर रही है.
ओला के प्रवक्ता और संचार प्रमुख आनंद सुब्रमण्यन ने कहा, “गैर-कोरोनावायरस रोगियाों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचना एक बड़ी चुनौती बन रहा है. इस पहल के माध्यम से, हम अस्पताल में आने के लिए मौजूदा एम्बुलेंस नेटवर्क की संख्या को बढ़ा कर सुरक्षित सेवा दे पाएंगे.“
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ओला ने कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्रालय और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के साथ मिलकर बंगलौर और मुंबई में आवश्यक चिकित्सा सेवाओं में लगे कर्मचारियों के घरों से अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए सहयोग किया है. कंपनी की 'ओला इमरजेंसी' सेवा अब मुंबई, बेंगलुरु, गुरुग्राम, वाइज़ैग, नासिक, वाराणसी, इंदौर, भोपाल, अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला, मोहाली, राउरकेला और भुवनेश्वर सहित 15 शहरों में चल रही है.