हिंदुस्तान मोटर्स ने कॉन्टेसा ब्रांड को बेचने का फैसला किया
हाइलाइट्स
कुछ ही हफ्ते पहले की बात है जब हिंदुस्तान मोटर्स ने कॉन्टेसा नाम का ट्रेडमार्क किया था, जिससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि कार को कंपनी से ईवी के रूप में पुनर्जीवित किया जा सकता है. अब एक नियामक फाइलिंग के अनुसार, हिंदुस्तान मोटर्स ने खुलासा किया है कि वह इस ब्रांड को एसजी कॉर्पोरेट मोबिलिटी को बेचेगी. दोनों कंपनियों ने 16 जून, 2022 को ब्रांड ट्रांसफर समझौते को अंजाम दिया, जिसमें ब्रांड के कुछ अन्य अधिकारों के साथ-साथ एप्लिकेशन नंबर वाले ट्रेडमार्क शामिल थे.
सेडान को 1980 में पेश किया गया था और 2000 के दशक की शुरुआत तक इसकी बिक्री जारी थी.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के साथ एक नियामक फाइलिंग में, पूर्व कार निर्माता ने कहा, "हिंदुस्तान मोटर्स लिमिटेड ने 16 जून, 2022 को कॉन्टेसा ब्रांड को हवाले करने के लिए एसजी कॉरपोरेट मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक ब्रांड ट्रांसफर समझौता किया है जिसमें (एप्लिकेशन नंबर 5372807 वाले ट्रेडमार्क) और कुछ संबंधित अधिकार ("कॉन्टेसा ब्रांड") शामिल हैं. कॉन्टेसा ब्रांड को समझौते में निर्धारित नियमों और शर्तों के पूरा होने पर हवाले कर दिया जाएगा."
पिछली सदी के अंत में कोंटेसा हिंदुस्तान मोटर्स की एक प्रिमियम पेशकश थी. सेडान को 1980 में पेश किया गया था और 2000 के दशक की शुरुआत तक इसकी बिक्री जारी थी. हिंदुस्तान मोटर्स ने 2014 के बाद से भारत में किसी कार का उत्पादन नहीं किया है, जब आखिरकार 5 दशकों से अधिक समय तक मॉडल बेचने के बाद एंबेसडर की बिक्री रोकी गई.
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2017 में, फ्रांसीसी ऑटोमोटिव दिग्गज PSA Group (Peugeot-Citroen), जो अब Stellantis का हिस्सा है, ने हिंदुस्तान मोटर्स से एंबेसडर नाम को रु. 80 करोड़ में खरीदा. यह अभी भी देखा जाना बाकी है कि कॉन्टेसा नाम को अब कैसे इस्तेमाल किया जाएगा.