केरल के नए ड्राइविंग टेस्ट नियम पहले से सख्त, जानिए कैसे मिलेगा लाइसेंस
![Kerala’s New Driving Test Regulations: What You Need To Know Kerala’s New Driving Test Regulations: What You Need To Know](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimages.carandbike.com%2Fcms%2Farticles%2F2024%2F5%2F3213039%2FDriving_Generic_Source_Pexels_311dad97a1.jpg&w=3840&q=75)
हाइलाइट्स
- केरल के नए ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षणों में यातायात में सार्वजनिक सड़कों पर ड्राइविंग शामिल है
- ड्राइवरों को पैरेलल पार्किंग और ज़िग-ज़ैग ड्राइविंग जैसे टैस्ट देने होंगे
- टेस्ट के दौरान कार में डैश-कैम लगाना ज़रूरी होगा
केरल मोटर वाहन विभाग ने हाल ही में ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षणों के लिए नए नियम लागू किए हैं. नए नियमों में टैस्ट को यातायात वाली सार्वजनिक सड़कों पर आयोजित करने का आदेश दिया गया है और इसमें पैरेलल पार्किंग, ज़िग-ज़ैग ड्राइविंग और ग्रेडिएंट परीक्षण शामिल हैं.
![Delhi Traffic 2022 07 25 T05 41 35 469 Z](https://images.carandbike.com/cms/articles/3200707/Delhi_Traffic_2022_07_25_T05_41_35_469_Z_3a76edf517.jpg)
दोपहिया वाहन लाइसेंस के लिए भी नए नियम आए हैं.
नए नियमों में एक दिन में किए जाने वाले ड्राइविंग परीक्षणों की संख्या पर भी सीमा लगा दी गई है. प्रति दिन केवल 30 ड्राइविंग परीक्षणों की सीमा होगी, जिनमें 20 नए और पिछले असफल बैच के 10 टैस्ट शामिल होंगे. टैस्ट के लिए ड्राइविंग स्कूलों को वाहन पर एक डैशबोर्ड कैमरा और ट्रैकिंग डिवाइस लगाने की भी आवश्यकता होगी
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दोपहिया वाहन लाइसेंस के लिए, नियम कहते हैं कि केवल पैरों पर गियर पैडल वाली और 95 सीसी से बड़े इंजन वाली मोटरसाइकिलों को ही अनुमति दी जाएगी. सर्कुलर में विशेष रूप से कहा गया है कि किसी भी इलेक्ट्रिक या ऑटोमैटिक कार में ड्राइविंग टेस्ट करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.