भारत में बनी हयून्दे एक्सेंट को क्रैश टेस्ट में मिली जीरो स्टार रेटिंग
हाइलाइट्स
लैटिन न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (एनकैप) ने एक नए क्रैश टेस्ट में कई मॉडलों का परीक्षण किया है और इसमें भारत में बनी ह्यून्दे एक्सेंट भी शामिल है. लैटिन अमेरिकी के बाजारों में बेची जाने वाली एक्सेंट ह्यून्दे वर्ना का थोड़ी अलग है और इसे भारत और मैक्सिको में तैयार किया जाता है. कार में एक अगला एयरबैग स्टैंडर्ड रूप में आता है और कोई स्टैंडर्ड ईएससी नहीं है. क्रैश टेस्ट में सुरक्षा के लिए इसे जीरो स्टार रेटिंग मिली है.
कॉम्पैक्ट सेडान ने एडल्ट ऑक्यूपेंट (वयस्क) की सुरक्षा में 9.23 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. इसे चाइल्ड ऑक्यूपेंट (बच्चों) की सुरक्षा में 12.68 फीसदी अंक मिले हैं, पैदल यात्री और कमजोर सड़क उपयोगकर्ता की सुरक्षा में 53.11 फीसदी और सुरक्षा सहायता के लिए 6.98 फीसदी अंक मिले हैं. नई एक्सेंट का परीक्षण सामने की ओर से, साइड की तरफ से, व्हिपलैश और पैदल यात्री सुरक्षा के लिए गया था. मॉडल ने सामने से खराब प्रदर्शन दिखाया और एडल्ट सुरक्षा के लिए जीरो अंक हासिल किए.
कार ने साइड पोल इम्पैक्ट टेस्ट में भी इसने शून्य अंक प्राप्त किए क्योंकि इसमें स्टैंडर्ड के तौर पर साइड हेड प्रोटेक्शन एयरबैग की कमी देखने को मिली और व्हिपलैश की सुरक्षा भी मामूली थी. लैटिन एनकैप की तरफ से बताया गया कि कार में बॉडीशेल और फुटवेल क्षेत्र स्थिर था. कार ने चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में भी खराब प्रदर्शन किया, क्योंकि कार निर्माता ने परीक्षणों के लिए चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम (सीआरएस) का चयन करने से इनकार कर दिया था.
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अपने बयान में, लैटिन एनकैप ने यह भी बताया कि दो अगले एयरबैग वाले मॉडल को भी जीरो स्टार की ही रेटिंग मिलेगी, क्योंकि इसमें भी सीआरएस नहीं है, मानक हेड साइड एयरबैग की कमी है और ईएससी भी नहीं दिया गया है. हालांकि लैटिन NCAP ने कंपनी को ज्यादा फीचर्स के साथ कार को तैयार करने की सलाह दी जिससे ग्राहकों को बेहतर सुरक्षा मिल सके.