क्रैश सुरक्षा में निसान ने दिखाया बड़ा सुधार, मैग्नाइट को मिली 4 स्टार रेटिंग
हाइलाइट्स
इस नए साल में ग्लोबल एनकैप के Safer Cars For India कार्यक्रम के तहत कुछ नए क्रैश टैस्ट किए गए हैं. टैस्ट की गई कारों में काफी कुछ एक समान है जिसमें प्लेटफॉर्म, इंजन और कई पार्ट्स शामिल हैं. यह कारें हैं निसान मैग्नाइट और रेनॉ काइगर. दोनो ही रेनॉ-निसान के CMFA प्लेटफॉर्म पर बनी हैं जो छोटी कारों के लिए तैयार किया गया है. carandbike को मिली है इस टैस्ट की एक्लुसिव झलक जिसे जर्मनी में ADAC लैब में अंजाम दिया गया है.
कार को सामने से 64 किमी प्रति घंटा पर क्रैश किया गया, लेकिन इसका साइड से कोई टैस्ट नहीं हुआ.
मैग्नाइट भारत में 2020 के अंत में लॉन्च हुई थी, कार गो-क्रॉस कॉन्सैप्ट पर बनी है और पहले यह एक डैट्सन का मॉडल बनने वाली थी. इससे पहले के टैस्ट में कंपनी को निराशाजनक सुरक्षा आंकड़े मिले थे और इस बार निसान इंडिया और CMFA के लिए चुनौती आसान नहीं थी. हर एनकैप टैस्ट की तरह यहां भी बेस वेरिएंट को ही परखा गया. लॉन्च हेने के बाद से कार देश में काफी लोकप्रिय रही है इसलिए इसका क्रैश टैस्ट और भी अहम हो जाता है.
यह भी पढ़ें: रेनॉ काइगर ने ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में 4 स्टार हासिल किए
हर एनकैप टैस्ट की तरह यहां भी बेस वेरिएंट को ही परखा गया.
कार को सामने से 64 किमी प्रति घंटा पर क्रैश किया गया, लेकिन इसका साइड से कोई टैस्ट नहीं हुआ. अधिकतम 17 में से 11.85 अंकों के साथ मैग्नाइट को बड़ों की सुरक्षा के लिए बढ़िया 4 स्टार मिले हैं. हां, ड्राइवर साइड के पुतले के सीने पर आई छोट एक फिक्र की बात थी. वहां बच्चों कि सुरक्षा के मामले में, कार के केवल 2 स्टार मिले, जिसकी एक बड़ी वजह थी पिछली सीट पर आइसोफिक्स का ना होना. ईएससी और स्टैंडर्ड साइड हेड इंपैक्ट सुरक्षा न मिलने के कारण भी कार ने कम अंक पाए. इसके अलावा पिछली सीट पर बीच के यात्रि के लिए 3-प्वॉन्ट सिसटम की जगह लेप बैल्ट भी इसके खिलाफ गई.