नितिन गडकरी ने चीनी बनाने वाली कंपनियों को इथेनॉल फिलिंग स्टेशन लगाने के लिए कहा

हाइलाइट्स
केंद्रिय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी काफी समय से वैकल्पिक ईंधन तकनीकों को अपनाने पर ज़ोर दे रहे हैं. उन्होंने हाल ही में भारत में एक से अधिक ईंधन पर चलने वाले फ्लेक्स इंजन बनाने की अपनी योजना के बारे में बात की, और अब, वह चीनी बनाने वाली कंपनियों को देश भर में इथेनॉल स्टेशन लगाने करने के लिए कह रहे हैं. सरकार इथेनॉल की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है क्योंकि गडकरी भारत में वाहनों के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन को अनिवार्य करने की योजना लाने पर काम कर रहे हैं.

इथेनॉल का इस्तेमाल देश के कच्चे तेल के आयात बिल को कम करने का एक तरीका है.
गडकरी ने यह भी कहा कि मंत्रालय प्रदूषण मानदंडों पर छूट के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर करेगा क्योंकि पेट्रोल के साथ अधिक मात्रा में इथेनॉल मिश्रण वाले वाहन मौजूदा BS6 नियमों का पालन करने में सक्षम नहीं होंगे. पेट्रोल के साथ इथेनॉल ब्राजील और अमेरिका के कुछ हिस्सों में मिलाया जाता है. भारत अपनी कच्चे तेल की आवश्यकता का 85 प्रतिशत से अधिक आयात करता है और इथेनॉल का इस्तेमाल देश के आयात बिल को कम करने का एक प्रभावी तरीका होगा.
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हाल ही में, सरकार ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने की समय-सीमा को 2030 से घटाकर 2025 कर दिया है और इस आंकड़े को 10 प्रतिशत करने का लक्ष्य अप्रैल 2022 का है. वहीं ई20 ईंधन का रोलआउट अप्रैल 2023 से शुरू होगा क्योंकि सरकार उस साल से ही फ्लेक्स इंजन अनिवार्य करने की योजना बना रही है. तब से सभी नए वाहनों को इसका पालन करना अनिवार्य होगा.
सूत्र: ET Auto










































