हाईब्रिड वाहनों पर दिया जाए इलैक्ट्रिक वाहनों वाला GST बेनिफिट - नितिन गडकरी
हाइलाइट्स
GST काउंसिल ने जुलाई 2019 में ही इलैक्ट्रिक कारों पर लगने वाले टैक्स रेट को 12% से गिराकर 5% किया था जिससे इलैक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिल सके. नई GST दर 1 अगस्त 2019 से लागू भी कर दी गई हैं. हालांकि हाईब्रिड कारों और एसयूवी पर लगने वाला टैक्स 13.3% बढ़ाकर 30.3% से 43% कर दिया गया है. हाईब्रिड कारों पर लगने वाला टैक्स अब सबसे ज़्यादा है जिससे इन कारों के दाम आसमान छूने लगे हैं. बहरहाल, यूनियन मिनिस्ट नितिन गडकरी ने आज कहा कि हाईब्रिड वाहनों पर भी GST दर इलैक्ट्रिक वाहनों की घटाई जानी चाहिए.
इसका मतलब ये है कि हाईब्रिड वाहनों पर भी 5% GST लगाया जाए, अगस ऐसा होता है तो इलैक्ट्रिक वाहनों की तर्ज़ पर हाईब्रिड वाहनों पर लगने वाले टैक्स में 38% कमी आएगी जो कीमतों पर बहुत बड़ा असर डालेगा. यहां तक कि नितिन गडकरी ने कहा कि इसके लिए वित्त मंत्रालय के सामने मांग की जा चुकी है और विभाव इसपर अब काम कर रहा है. GST से पहले हाईब्रि वाहनों पर लगने वाला टैक्स 30.3% था जिसके अंतर्गत 12.5% एक्साइज़ ड्यूटी, 12.5% वैट, 2% सेंट्रल सेल्स टैक्स और 1% नैशनल क्लैमिटी कंटिन्जेंट ड्यूटी शामिल हैं.
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GST आने के बाद इन वाहनों पर 28% टैक्स और 15% सैस लिया जाने लगा जैसे बड़ी पेट्रोल और डीजल लग्ज़री कारों पर लगता है. हाईब्रिड वाहनों में GST कम करने का ये सुझाव वाल्वो, BMW, टोयोटा और मारुति सुज़ुकी जैसी कंपनियों के लिए अच्छी खबर ला सकता है और उनके लिए भी जो हाईब्रिड वाहन बाज़ार में लाने का सोच रहे हैं. इससे बाकी कार निर्माता कंपनियां भी हाईब्रिड वाहन अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने में जुटेंगी जो पर्यावरण के लिए बेहतर होगा.