नितिन गडकरी हाइड्रोजन से चलने वाली टोयोटा मिराई में संसद पहुंचे
हाइलाइट्स
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी काफी समय से वैकल्पिक ईंधन वाहनों को अपनाने पर जोर दे रहे हैं और हाइड्रोजन से चलने वाले वाहन उनकी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर हैं. मंत्री आज बिल्कुल नई टोयोटा मिराई से संसद पहुंचे, जो एक फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक वाहन है. टोयोटा मिराई को अभी भारत में व्यावसायिक रूप से लॉन्च नहीं किया गया है और टोयोटा परीक्षण के उद्देश्य से हमारे बाजार में कुछ एफसीईवी मॉडल लाई है.
एक फुल टैंक पर, मिराई 600 किलोमीटर तक जा सकती है.
गडकरी ने इससे पहले भारत के पहले हाइड्रोजन-आधारित उन्नत "फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल (FCEV)" - टोयोटा मिराई की पायलट परियोजना शुरू की थी. उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया था कि कैसे ग्रीन हाइड्रोजन एक कार को ताकत देता है और कहा था कि भारत को ऊर्जा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन एक कुशल, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ विकल्प है. दरअसल, गडकरी ने जनवरी में ही पुष्टि कर दी थी कि वह खुद हाइड्रोजन से चलने वाली कार का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा था कि टोयोटा ने उन्हें एक ऐसा वाहन दिया है जो हरे हाइड्रोजन से चलता है और वह खुद वैकल्पिक ईंधन पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसका इस्तेमाल करेंगे.
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टोयोटा मिराई ब्रांड का प्रमुख एफसीईवी है और टोयोटा ने गुरुग्राम में स्थित ऑटोमोटिव परीक्षण, प्रमाणन और आर एंड डी सेवा संगठन - इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी के सहयोग से पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है. एक फुल टैंक पर, मिराई 600 किलोमीटर तक जा सकती है.