फास्टैग रिचार्ज न होने पर जल्द कट सकता है चालान
हाइलाइट्स
अभी तक देश में सिर्फ ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर ही चालान काटे जाते है, अब फास्टैग रिचार्ज न होने पर भी चालान काटे की व्यवस्था लागू की जा सकती है. यह व्यवस्था इसलिए लागू की जा रही है ताकि भविष्य में देश से सभी टोल नाकों को हटाया जा सके और कार को रोके बिना ही, चलती कार से टोल टैक्स लिया जा सके. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) और सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) एक नियम बनाने जा रहा है जिसमें फास्टैग रिचार्ज न होने पर कानूनी कार्रवाई के साथ जुर्माना लगाया जाएगा, जिसका मसौदा बनकर तैयार है. कैबिनेट की मंजूरी के बाद ये नियम पूरे देश में लागू हो जाएगा.
NHAI का कहना है कि काफी लोग ऐसे होंगे जो बिना फास्टैग रिचार्ज कराए गुजरना चाहेंगे या अपनी कार पर फास्टैग ही नहीं लगाते. अगर ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी तो यह योजना सफल नहीं हो सकती. NHAI की बात को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने फास्टैग रिचार्ज न होने पर कार्रवाई के लिए अलग से गाइडलाइन बनाने के लिए कहा जिसमें -
- अगर फास्टैग कार पर लगा है लेकिन रिचार्ज नहीं है तो एक सप्ताह में बिना जुर्माने के टोल टैक्स का भुगतान कर सकेंगे.
- अगर कार में फास्टैग नहीं लगा है तो पहली बार में दोगुना जुर्माना और टोल टैक्स भरने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा.
- एक सप्ताह के बाद जुर्माना दोगुना हो जाएगा और जुर्माना भरने के लिए 30 से 45 दिन दिए जायेंगे. अगर तय समय में जुर्माना नहीं भरा तो जुर्माना चार गुना हो जाएगा और फास्टैग ब्लैक में डाल दिया जाएगा.
- तीन महीने तक जुर्माने समेत टोल टैक्स जमा न करने पर फास्टैग के साथ RC को भी ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा और संबंधित जिले के परिवहन विभाग को मामला ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
- RC ब्लैक लिस्ट होने पर कोर्ट में जुर्माना भरना होगा.
इस योजना को इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) कहा जाएगा. इसमें एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर नाइट विजन के हाई क्वालिटी वाले ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (ANPR) कैमरे लगाए गए हैं. इनकी मदद से चलती गाड़ी की नंबर प्लेट और फास्टैग के बार कोड को आसानी से स्कैन किया जा सकेगा. कार गुजरने के बाद एडवांस सिस्टम के माध्यम से दूरी के हिसाब से टोल टैक्स कट लिया जाएगा.
NHAI इन फास्टैग कंपनीयो के साथ सिस्टम को दुरुस्त करने में लगी होई है. जिसमें अगर कोई कार बिना टोल टैक्स दिया गुजरती है, तो कार मालिक को फास्टैग कंपनी की तरफ के मोबाइल और ई-मेल पर मैसेज भेजा जाएगा. फास्टैग कंपनी की ओर से कई बार रिमाइंडर मैसेज भेजे जायेंगे जिसकी एक कापी अथॉरिटी और परिवहन विभाग को भेगी जाएगी और बिना टोल टैक्स दिए वाहन की 30 से 50 सेकंड की वीडियो NHAI अपने पास सुरक्षित रखेगी.
इस योजना की मंत्रालय से मंजूरी मिलते ही सबसे पहले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दूरी के हिसाब से टोल टैक्स लिया जाएगा. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सराय काले खां से लेकर डासना तक कई जगहों पर एंट्री और एग्जिट प्वॉइंट बनाए गए हैं. उसके बाद देश के अन्य नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा.
सूत्र: हिन्दुस्तान