चिप संकट और कोविड प्रभाव के बावजूद 2021 में यात्री वाहनों की बिक्री 27% बढ़ी: रिपोर्ट
हाइलाइट्स
वैश्विक चिप की कमी और कोविड-19 की दूसरी लहर जैसी समस्याओं के बावजूद, भारत के यात्री वाहन खंड ने 2021 में 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करके वापसी की. यात्री वाहन श्रेणी में यह मांग मुख्य रूप से एसयूवी और नए लॉन्च हुए मॉडलों की रही. टीओआई की रिपोर्ट अनुसार दिलचस्प बात यह है कि यात्री वाहन उद्योग ने इतिहास में तीसरी बार 30 लाख-यूनिट का आंकड़ा पार किया है. कई उत्पादन बाधाओं और डिलीवरी बैकलॉग के बावजूद, वाहन निर्माताओं ने साल 2020 के 24.33 लाख इकाइयों की तुलना में कैलेंडर वर्ष 2021 में डीलरशिप को कथित तौर पर 30.82 लाख इकाइयां भेजीं.
यह भी पढ़ें : ऑटो बिक्री दिसंबर 2021: ह्यून्दे 32 प्रतिशत की गिरावट के साथ दूसरे स्थान से गिरकर तीसरे स्थान पर आई
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, यात्री वाहनों की बिक्री 2017 में पहली बार 30 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी, जब वाहनों की कुल बिक्री 32.3 लाख थी. इसी प्रकार साल 2018 में भी यात्री वाहनों की कुल बिक्री 33.95 लाख इकाई रही. हालांकि यह आंकड़ा 2019 में यात्री वाहनों के लिए घट गया और बिक्री 29.62 लाख यूनिट रह गई.
देश की प्रमुख ऑटो निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया भी 2021 में उत्पादन और बिक्री में सेमीकंडक्टर चिप की कमी के कारण प्रभावित हुई. कार निर्माता ने इस साल 13.65 लाख यूनिट्स की बिक्री की, जो 2020 में 12.14 लाख थी. हालांकि, ये नंबर 2018 में कंपनी की तरफ से बेची गई 17.31 लाख यूनिट के मुकाबले काफी कम हैं.
यह भी पढ़ें : टाटा मोटर्स ने दिसंबर 2021 में 2,255 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री की
मारुति के बिक्री और विपणन निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने टीओआई से कहा, "कंपनियों ने सेमीकंडक्टर की कमी से निपटने के लिए कदम उठाए हैं, हालांकि स्थिति लगातार बनी हुई है. " हमने निम्न उत्पादन स्तर क्षमता जो कि 40% थी, को नवंबर में बढ़ाकर 83% और दिसंबर में 87% तक कर दिया है. हमें उम्मीद है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, यह प्रगति बनी रहेगी. वाहनों की मांग भी लगातार बनी हुई है. कुछ भी पूर्वानुमान लगाना मुश्किल है. क्योंकि अभी भी कुछ ऐसे कारक हैं जो स्थिति को अनिश्चित बनाए हुए हैं. इनमें सेमीकंडक्टर्स की उपलब्धता, अर्थव्यवस्था की वृद्धि और कोविड की स्थिति कैसे सामने आती है आदि शामिल हैं."
ह्युन्दे ने इस साल घरेलू बाज़ार में 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो साल 2020 में 4.2 लाख इकाइयों के मुकाबले 5.05 लाख इकाई है. खास बात यह है कि दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता ने प्रमुख घटक आपूर्ति बाधाओं के बावजूद इसे हासिल किया.
ह्युन्दे ने पिछले साल के बिक्री प्रदर्शन की तुलना में घरेलू बाजार में CY2021 में 19.2% की वृद्धि दर्ज की
ह्युन्दे मोटर इंडिया के निदेशक - बिक्री, विपणन और सर्विस, तरुण गर्ग ने कहा, "हमारे ब्रांडों के लिए उत्कृष्ट बाजार प्रतिक्रिया के साथ, एचएमआई ने पिछले साल के बिक्री प्रदर्शन की तुलना में घरेलू बाजार में कैलेंडर वर्ष 2021 में 19.2 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की है. हम अपने सभी ग्राहकों का ह्युन्दे ब्रांड के प्रति उनके भरोसे और प्यार के लिए आभार व्यक्त करते हैं. हम इंटेलिजेंट टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी के सिद्धांतों पर आधारित स्मार्ट मोबिलिटी सॉल्यूशंस की शुरुआत के साथ ग्राहकों को खुश करना जारी रखेंगे."
यूटिलिटी व्हीकल निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा की कमान साल 2020 और 2021 में नए मॉडलों ने संभाली. इसमें बिल्कुल नई महिंद्रा थार और एक्सयूवी 700 शामिल हैं. वाहन निर्माता के लिए सबसे बड़ी समस्या इस वक्त उनके वाहनों की बुकिंग बनी हुई है, क्योंकि कंपनी के वाहनों के लिए अच्छी-खासी लंबी प्रतीक्षा अवधि है, जो कुछ वेरिएंट के लिए लगभग एक वर्ष तक पहुंच गई है.
यह भी पढ़ें : ऑटो बिक्री 2021: एमजी मोटर इंडिया ने 2021 में 40,273 कारें बेचीं
एमएंडएम के ऑटोमोटिव डिवीजन के सीईओ विजय नाकरा ने कहा, "हमने पैसेंजर व्हीकल्स, कमर्शियल व्हीकल्स और इंटरनेशनल ऑपरेशंस सहित बिजनेस सेगमेंट में वृद्धि दर्ज की है, जो पूरे प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में लगातार मजबूत मांग के कारण है. सेमीकंडक्टर से संबंधित पुर्ज़ों की कमी जरूर एक मुद्दा बनी हुई हैं, जो पूरे उद्योग के लिए चुनौती और हमारे लिए एक प्रमुख फोकस का क्षेत्र है."