पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें लगातार छठे दिन बढ़ीं
हाइलाइट्स
पूरे देश में कोरोनावायरस की वजह से लगे लॉकडाउन को खुलने के साथ तेल कंपनियों ने डीज़ल के साथ-साथ पेट्रोल की दरों में बदलाव करना शुरू कर दिया है. इससे पहले 83 दिनों तक कीमतें नहीं बढ़ाई गईं थी. शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 57 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई और डीज़ल भी 59 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया. तेल कंपनियों ने लगातार छठे दिन दरों को बदला है और इसलिए दोनों ईंधनों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं.
लॉकडाइन खुलने के साथ ही तेल कंपनियों को उम्मीद है कि पेट्रोलियम उत्पादों की मांग बढ़ेगी.
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब रु 74 से बढ़ कर रु 74.57 प्रति लीटर हो गई, जबकि डीज़ल की दरें रु 72.22 से बढ़कर रु 72.81 लीटर हो गईं हैं. यह राज्य तेल कंपनियों के द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार है. रेट पूरे देश में बढ़ाए गए हैं लेकिन क्योंकि हर राज्य में टैक्स अलग-अलग होते हैं इसलिए पेट्रोल और डीज़ल के दामों में भी फर्क होता है. अब पहले के अनुसार हर रोज़ तेल के दानों में बदलाव किए जाएंगे.
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ईंधन की बिक्री पिछले साल इसी महीने की तुलना में काफी कम थी.
पिछले छह बढ़ोतरी में दिल्ली में, पेट्रोल की कीमत में रुपये 3.31 प्रति लीटर का इज़ाफा देखा गया है और डीजल के दाम में रु 3.42 की बढ़ोतरी हुई है. लॉकडाइन खुलने के साथ ही तेल कंपनियों को उम्मीद है कि पेट्रोलियम उत्पादों की मांग बढ़ेगी. केंद्र और कुछ राज्य सरकारों ने पिछले महीने से लॉकडाउन के नियमों में ढील दी थी और इसके चलते अप्रैल की तुलना में मई में ईंधन की मांग में सुधार हुआ था. हालांकि, ईंधन की बिक्री पिछले साल इसी महीने की तुलना में काफी कम थी.