रेनॉ इंडिया ने 8 लाख कारों की बिक्री का आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
रेनॉ इंडिया ने घोषणा की कि उसने देश में 8 लाख वाहन बेचे हैं. कंपनी देश में पिछले एक दशक से भी अधिक समय से है और एक मजबूत पोर्टफोलियो के साथ कारें पेश करती है. कंपनी के लिए उनकी डस्टर एसयूवी ने भारत में नींव रखी थी, वहीं अब क्विड और ट्राइबर जैसी कारों की शानदार बिक्री ने रेनॉ को एक घरेलू नाम बना दिया है.
रेनॉ इंडिया ऑपरेशंस के कंट्री सीईओ और एमडी वेंकटराम मामिलपल्ले ने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में, हमने भारत में एक मजबूत नींव स्थापित की है. अपनी मजबूत उत्पाद रणनीति के साथ अपने ग्राहकों को एक बेहतरीन ब्रांड के स्वामित्व का एक्सपीरियंस देने के लिए रेनॉल्ट सभी प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में लगातार रणनीतिक उपाय कर रहा है. इन सभी ने भारत में रेनॉल्ट की विकास की कहानी लिखी है."
महामारी और सप्लाय की कमी के कारण उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों के बावजूद, 2021 रेनॉ के लिए एक अच्छा वर्ष साबित हुआ. रेनॉ ब्रांड की वैश्विक बिक्री में भारत का योगदान महत्वपूर्ण रहा है, भारत इसके शीर्ष पांच वैश्विक बाजारों में भी शामिल है.
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निर्यात की बात करें तो रेनॉ इंडिया ने भी मजबूत वृद्धि देखी है. इस साल जनवरी में कंपनी ने घोषणा की थी कि निर्यात का आंकड़ा 1 लाख को पार कर गया है. ऑटोमेकर सार्क, एशिया प्रशांत, हिंद महासागरीय क्षेत्र, दक्षिण अफ्रीका और पूर्वी अफ्रीका सहित 14 अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने वाहनों का निर्यात करता है. इनमें मेड-इन-इंडिया रेनॉ के डस्टर साथ क्विड, ट्राइबर और किगर जैसी कारों का निर्यात में शामिल हैं. रेनॉ अपने समूह भागीदार निसान के सहयोग से अपनी ओरागडम स्थित प्लांट में भी उत्पादन की पेशकश करता है, जो कंपनी की कारों के तीन मॉडलों के लिए वैश्विक उत्पादन केंद्र है. जानकारी के लिए बता दें 2012 में कंपनी ने डस्टर के साथ निर्यात शुरू किया था.