carandbike logo

रेनॉ-निसान ने भारत में अपने भविष्य की योजनाओं की घोषणा की

clock-icon

3 मिनट पढ़े

हमें फॉलो करें

google-news-icon
Renault-Nissan Alliance Reaffirms Commitment To India Operations
रेनॉ और निसान ने ईवी सहित नए निवेश और वाहनों के माध्यम से भारत में परिचालन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
author

द्वारा कारएंडबाइक टीम

Calendar-icon

प्रकाशित जुलाई 27, 2023

हाइलाइट्स

    रेनॉ ग्रुप और निसान मोटर कंपनी लिमिटेड ने एक निश्चित समझौते की घोषणा की है, जिसका खाका इस साल की शुरुआत में तैयार किया गया था.  इस समझौते के तहत कुछ अन्य देशों के अलावा भारतीय बाजार के लिए अतिरिक्त निवेश और नए मॉडल शामिल हैं. घोषणा में कहा गया है कि ये लेनदेन कुछ पूर्व शर्तों के मुताबिक है, जिनमें रेग्यूलेटरी स्वीकृति भी शामिल है और सभी को 2023 के अंत तक पूरा किए जाने की उम्मीद है.

     

    यह भी पढ़ें: रेनॉ इंडिया ने पूरे देश में मानसून सर्विस कैंप शुरू किया

     

    इसके परिणामस्वरूप, अब यह सभी सहयोगियों (रेनॉ, निसान और मित्सुबिशी) की मदद के लिए भारत, दक्षिण अमेरिका और यूरोप में नई प्रमुख परियोजनाओं पर विचार कर रहा है. रेनॉ और निसान दोनों ने ईवी सहित नए निवेश और वाहनों के माध्यम से भारत में परिचालन के लिए अपने वादे की पुष्टि की.

    Renault Nissan Generic 2022 10 28 T05 43 04 006 Z

    एलायंस पहले ही भारतीय बाजार में नई कारें पेश करने के लिए प्रतिबद्ध है

     

    इससे निसान (और यहां तक ​​कि रेनॉ) के ग्राहकों और डीलरों को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि व्यापार और मैनेजमेंट में उथल-पुथल के कारण कोविड-19 महामारी के बाद से अलायंस विश्व स्तर पर संघर्ष कर रहा है. इसका असर भारत पर भी पड़ा, क्योंकि इसने दोनों ब्रांडों के भारत के लिए भविष्य के मॉडलों पर सवालिया निशान लगा दिया, परियोजनाओं की कोई निश्चित पाइपलाइन नहीं थी, खासकर भारत में बने वाहनों के लिए. निसान के पास फिलहाल सिर्फ मैग्नाइट सब-4एम एसयूवी बिक्री पर है. थोड़े बड़े पोर्टफोलियो के साथ रेनॉ बेहतर स्थिति में है, लेकिन दो साल से अधिक समय पहले काइगर सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी को लॉन्च करने के बाद से कंपनी ने कोई कार लॉन्च नहीं की है.

     

    यह भी पढ़ें: रेनॉ ने भारत में 10 लाख वाहन बनाने का आंकड़ा पार किया

     

    निसान ने पिछले साल भारत के लिए संभावित लॉन्च के रूप में कुछ अंतरराष्ट्रीय मॉडलों को दिखाया था, लेकिन उनके आने में देरी हो रही है. इसकी लोकप्रिय नई एक्स-ट्रेल, जो एक समय भारत में बेची जाती थी, लॉन्च के मामले में तय समय से कुछ महीने पीछे बताई जा रही है. डस्टर को बंद करने के बाद फिर से लॉन्च करने में रेनॉ भी चूक गई, लेकिन अब इस लोकप्रिय एसयूवी को उसके नए अवतार में वापस लाने की योजना बनाई जा रही है. अन्य क्षेत्रों में से एक जहां समझौते से मदद मिलेगी वह इलेक्ट्रिक वाहन हैं, जिससे सभी ब्रांडों को फायदा होगा. फिलहाल निसान को वहां थोड़ी बढ़त हासिल है, जिससे निश्चित तौर पर रेनॉ और यहां तक ​​कि मित्सुबिशी को भी मदद मिलेगी.

     

    यह भी पढ़ें: निसान ने 1 लाख मैग्नाइट बनाने का आंकड़ा पार किया

     

    इस सहयोग के हिस्से के रूप में निसान ने यूरोप में रेनॉल्ट ग्रुप की ईवी और सॉफ्टवेयर कंपनी एम्पीयर में एक रणनीतिक निवेशक बनने के अपने इरादे की पुष्टि की है. जिसके अनुसार, निसान ने एम्पीयर में €600 मिलियन (लगभग ₹5,450 करोड़ ) तक निवेश करने का वादा किया है. रेनॉ समूह और निसान ने एक नए साझेदारी समझौते में प्रवेश किया है, जो उन्हें नियंत्रित करने वाले मौजूदा समझौतों की जगह लेगा, जैसा कि 6 फरवरी, 2023 को घोषणा की गई थी, रेनॉ अपने निसान के 28.4 प्रतिशत शेयरों को एक फ्रांसीसी ट्रस्ट में शिफ्ट कर देगा, जिसके परिणामस्वरूप, निसान-रेनॉ समूह में अपनी हिस्सेदारी से जुड़े अपने मतदान अधिकारों का प्रयोग करने में सक्षम होगा.

    Calendar-icon

    Last Updated on July 27, 2023


    Stay updated with automotive news and reviews right at your fingertips through carandbike.com's WhatsApp Channel.

    अपकमिंग मॉडल