यह है दुनिया का सबसे तेज़ इलेक्ट्रिक हवाई जहाज़, रोल्स-रॉयस से मिली तकनीक
हाइलाइट्स
रोल्स रॉयस ने उस तकनीक का परीक्षण पूरा कर लिया है जो दुनिया के सबसे तेज़ इलेक्ट्रिक प्लेन को बिजली देगी. उचित आकार का विमान, जिसे 'आयनबर्ड' कहा गया है, पर तकनीक का हर तरह से परीक्षण किया गया है. इसमें 500 हॉर्स पावर का इलेक्ट्रिक पावरट्रेन शामिल है जो विश्व गति रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए सक्षम है और 250 घरों के लिए पर्याप्त ऊर्जा देने वाली बैटरी से साथ आता है. विमान एसीसीएल नामक एक रोल्स रॉयस की पहल का हिस्सा है, जिसका मतलब है 'Accelerating the Electrification of Flight'. ACCEL प्रोजेक्ट टीम में प्रमुख भागीदार YASA है जो इलेक्ट्रिक मोटर और कंट्रोलर बनाती है, साथ ही एविएशन स्टार्ट-अप इलेक्ट्रोलाइट भी शामिल है.
विमान एसीसीएल नामक रोल्स रॉयस की एक पहल का हिस्सा है
टीम यूके सरकार के सामाजिक दूरी और अन्य स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करते हुए तकनीक विकसित कर रही है और सिस्टम जल्द ही कंपनी के 'स्पिरिट ऑफ इनोवेशन' विमान में एकीकृत हो जाएंगे. उड़ान से पहले परीक्षण के लिए विमानन में ionbird का एक लंबा इतिहास रहा है, लेकिन इस मामले में विमान को प्रसारित करने वाले परीक्षण एयरफ्रेम का नाम 'आयनबर्ड' रखा गया है.
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उड़ान से पहले परीक्षण के लिए विमानन में ionbird का एक लंबा इतिहास रहा है.
Bremont, ऑल-इलेक्ट्रिक स्पीड रिकॉर्ड प्रयास के लिए आधिकारिक टाइमिंग पार्टनर होगा. ब्रिटिश लक्जरी घड़ी निर्माता ने विमान के कॉकपिट के डिजाइन को विकसित करने में भी मदद की है, जिसमें एक स्टॉपवॉच की सुविधा होगी, जबकि कंपनी ने हेनले-ऑन-टेम्स निर्माण सुविधा में कुछ पार्टस का निर्माण किया है. एसीसीईएल परियोजना रोल्स-रॉयस के लिए श्रृंखला में पहला कदम है जिसमें कंपनी 2050 तक शून्य कार्बन की ओर जाना चाहती है. यह पूरे प्रोग्राम को कार्बन न्यूट्रल बनाने के लिए ऑफसेटिंग का उपयोग करने वाली पहली रॉल्स-रॉयस परियोजना है.