स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने चाकन प्लांट में उत्पादन बढ़ाया
हाइलाइट्स
स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसएवीडब्ल्यूआईपीएल) ने चाकन में अपने प्लांट में तीसरी उत्पादन पारी शुरू करने की घोषणा की है. चाकन सुविधा स्कोडा और वीडब्ल्यू के स्थानीय रूप से निर्मित मॉडलों के लिए उत्पादन आधार है, जिसमें भारत 2.0 योजना के तहत स्कोडा और वीडब्ल्यू के तहत विकसित कॉम्पैक्ट कारों और एसयूवी की नई श्रृंखला शामिल है. कंपनी का कहना है कि तीसरी पारी से वह अपने मॉडलों की मांग को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकेगी, साथ ही फरवरी के अंत में लॉन्च हुई स्कोडा स्लाविया के लिए प्रतीक्षा समय में भी सुधार होगा.
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इस घोषणा पर टिप्पणी करते हुए, SAVWIPL के एमडी,पीयूष अरोड़ा ने कहा, “हमारे पुणे प्लांट में तीसरी पाली की शुरुआत VW समूह की इंडिया 2.0 परियोजना के तहत लॉन्च की गई कारों को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया का प्रमाण है. स्कोडा कुशक और फॉक्सवैगन टाइगुन को हमारे ग्राहकों ने खूब पसंद किया है. हम स्कोडा स्लाविया की डिलेवरी में तेजी लाने के लिए कमर कस रहे हैं."
कंपनी वर्तमान में स्लाविया की सिबलिंग सेडान,फोक्सवैगन वरटूस को भारत में 9 जून को लॉन्च करने के लिए तैयार है, जिसका उत्पादन चाकन में पहले से ही चल रहा है. वरटूस भारत 2.0 योजना के तहत पुष्टि किया गया अंतिम मॉडल होगा.
अरोड़ा ने कहा कि तीसरी पारी की शुरुआत से ब्रांड को देश और विदेश में बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी. कंपनी ने फरवरी में वीडब्ल्यू टी-क्रॉस का मेक्सिको को निर्यात शुरू किया था और इसके अन्य भारत में निर्मित कारों के निर्यात के भी कार्ड पर होने की उम्मीद थी.
अरोड़ा ने कहा “तीसरी पारी के साथ, हमने मांग में वृद्धि को पूरा करने में मदद करने के लिए अतिरिक्त जनशक्ति को लिया है, जिसे हम घरेलू और निर्यात दोनों मोर्चे पर देखते हैं. हमें विश्वास है कि हम वर्ष 2021 में वोक्सवैगन समूह द्वारा निर्धारित विकास पथ पर जारी रहेंगे.”
कंपनी के चाकन प्लांट में वर्तमान में फोक्सवैगन पोलो, फोक्सवैगन वेंटो, फोक्सवैगन टाइगुन, स्कोडा कुशाक, स्कोडा स्लाविया और फोक्सवैगन वरटूस का उत्पादन होता है.
SAVWIPL ने अपने पांच ब्रांडों - स्कोडा, VW, ऑडी, पोर्श और लेम्बोर्गिनी के तहत 2021 में 76% की संचयी बिक्री वृद्धि दर्ज की. कंपनी ने हाल ही में अपनी भारतीय विनिर्माण सुविधाओं से अपने 15 लाख वाहन को लॉन्च किया, जिसमें चाकन संयंत्र और दूसरा संयंत्र शामिल है. औरंगाबाद में सुविधा जहां यह स्थानीय रूप से पूरी तरह से नॉक डाउन (सीकेडी) किट के रूप में आने वाली कारों को इकट्ठा करती है.
Last Updated on April 20, 2022