टाटा मोटर्स ने लखनऊ कमर्शियल वाहन प्लांट में 9 लाख वाहन बनाने का आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
- 1992 में शुरू हुई, लखनऊ प्लांट अब इलेक्ट्रिक और फ्यूल सेल बसें भी बनाती है
- प्रोडक्शन प्लांट 600 एकड़ में फैला हुआ है
- प्लांट में 22 प्रतिशत महिलाएं कार्यरत हैं
टाटा मोटर्स ने अपने लखनऊ प्लांट में 9 लाख कमर्शियल वाहनों को बनाने की उपलब्धि की घोषणा की है. 1992 में अपनी स्थापना के बाद से प्रोडक्शन निर्माण ने कार्गो और यात्री सीवी को लॉन्च किया है जिसमें हल्के, इंटरमीडिएट, मीडियम और भारी कमर्शियल वाहन और अब इलेक्ट्रिक और फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल हैं.
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600 एकड़ में फैले लखनऊ प्लांट में कार्बन फुटप्रिंट को कम करने वाला 6MW का सौर प्लांट भी है, जबकि इसे भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा जल-सकारात्मक प्लांट के रूप में भी मान्यता प्राप्त है. रोबोटिक पेंट बूथ, रोबोटिक स्पॉट वेल्डिंग और बॉडी-इन-व्हाइट शॉप प्रोडक्शन स्टेशनों की मदद कर रहे हैं.
टाटा का दावा है कि इस साल प्लांट में नए कर्मचारियों में 22 प्रतिशत महिलाओं की हिस्सेदारी है, जो अब तकनीकी कार्यबल का एक तिहाई हिस्सा है. इस मील के पत्थर का एक हिस्सा 1200 इलेक्ट्रिक बसें हैं, जिन्हें टाटा ने देश भर में डिलेवर किया है. कंपनी के आधिकारिक बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश टाटा के कमर्शियल वाहनों के लिए प्रमुख बाजारों में से एक रहा है और उत्तर प्रदेश सरकार के बुनियादी ढांचे के विकास कार्यक्रम ने टाटा सीवी की बिक्री को बढ़ावा दिया है.