टाटा मोटर्स ने एक नई EV डिवीजन में Rs. 700 करोड़ का निवेश किया
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के विकास और निर्माण के लिए एक नई पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी में ₹ 700 करोड़ का निवेश किया है. कंपनी ने एक नया डिवीजन बनाया है जिसका नाम है टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (TPEML). कंपनी ने 21 दिसंबर को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय से इसका सर्टिफिकेट प्राप्त किया और अब तक टाटा मोटर्स TPEML का एकमात्र प्रमोटर होगा. इस EV यूनिट के टाटा मोटर्स 100 प्रतिशत शेयर रखता है. BSE फाइलिंग में, कार निर्माता ने कहा कि TPEML को ₹ 10 के 70,00,00,000 इक्विटी शेयरों की अधिकृत पूंजी के साथ शामिल किया गया है जो कि ₹ 700 करोड़ के बराबर है.
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BSE फाइलिंग में नई सहायक कंपनी के लक्ष्यों और उद्देश्य के बारे में बताते हुए, कंपनी ने कहा, "TPEML को इलेक्ट्रिक वाहनों / इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के, सभी प्रकार के हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों से संबंधित सभी प्रकार की सेवाओं के निर्माण, डिजाइन, विकास के लिए शामिल किया गया है. कमर्शियल और निजी वाहनों के लिए, चाहे बिजली, बैटरी, सौर ऊर्जा, या किसी अन्य बिजली उपकरणों के माध्यम से संचालित, स्थानांतरित या सहायता प्राप्त-इंजन, मोटर, पुर्जे, कोमोनेंट, सहायक उपकरण और संबंधित उपकरण, साथ ही साथ असेंबली, निर्माण, फेब्रिकेशन, बिक्री,आफ्टर सेल्स सर्विस, मार्केटिंग, प्रचार और / या सर्विसिंग सुविधाओं की स्थापना और उपक्रम के लिए आवश्यक गतिविधियाँ शामिल हैं”
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इससे पहले इस साल अक्टूबर में, कंपनी ने अगले पांच वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों के कारोबार में लगभग 2 बिलियन अमरीकी डालर के निवेश की योजना साझा की थी. टाटा मोटर्स ने इसी अवधि के दौरान निजी इक्विटी फर्म TPG से भी धन जुटाया था और अपने ईवी कारोबार के विस्तार के लिए लगभग 1 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश प्राप्त किया था.