टाटा मोटर्स ने 3 लाख टियागो हैचबैक बनाने का आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने गुजरात में अपने साणंद कारख़ाने से 3 लाख टियागो हैचबैक बनाने का आंकड़ा पार कर लिया है. Tata Tiago कंपनी की सबसे ज़्यादा बिकने वाली कारों में से एक रही है और 2016 में लॉन्च होने के बाद से कार को इस मील के पत्थर तक पहुँचने में 4 साल का समय लगा. हैचबैक ब्रांड के लाइन-अप में नए इम्पैक्ट डिज़ाइन स्कीम पाने वाली यह पहली पेशकश थी. जिन चीज़ों ने कार के लिए काम किया वो थे नए फीचर, ड्राइविंग का मज़ा और बढ़िया कीमत. फैक्ट्री से रोलआउट करने के लिए सबसे नई टियागो को टेक्टोनिक ब्लू रंग दिया गया.
कार के पेट्रोल इंजन को 5-स्पीड मैनुअल और एएमटी के साथ जोड़ा गया है.
चार सितारा ग्लोबल एनसीएपी सुरक्षा रेटिंग प्राप्त करने के बाद टाटा टियागो भारत की सबसे सुरक्षित कारों में से एक बन गई. कार में दो एयरबैग, एबीएस के साथ ईबीडी, कॉर्नर स्टेबिलिटी कंट्रोल और रियर पार्किंग असिस्ट मानक के रूप से मिलते हैं. युवा खरीदारों को लुभाने के उद्देश्य से, हैचबैक के फेसलिफ्टेड मॉडल को इस साल की शुरुआत में इंपैक्ट 2.0 डिजाइन भाषा के तहत नए चेहरे के साथ पेश किया गया था. साथ ही कार को 8-स्पीकर हरमन साउंड सिस्टम और एक नया 7-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम भी मिला, जो एंड्रॉइड ऑटो और एप्पल कारप्ले के साथ चलता है.
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कार को 8-स्पीकर हरमन साउंड सिस्टम और एक नया 7-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम भी मिलता है
कार में 1.2-लीटर तीन-सिलेंडर रेवोट्रॉन पेट्रोल इंजन लगा है जो 85 बीएचपी और 113 एनएम का पीक टॉर्क बनाता है. मोटर को 5-स्पीड मैनुअल और एएमटी के साथ जोड़ा गया है. हैचबैक को सबसे पहले पेट्रोल और डीज़ल इंजनों के साथ लॉन्च किया गया था, लेकिन इस साल की शुरुआत में डीज़ल को बंद कर दिया गया था. टियागो को टर्बो पेट्रोल दिल 'जेटीपी' के रूप में भी मिला था लेकिन अब वो भी बंद हो गया है.