फोर्ड के साणंद प्लांट में टाटा मोटर्स सालाना 2 लाख इलेक्ट्रिक कारें बनाएगी: रिपोर्ट
हाइलाइट्स
वह मार्च का महीना था जब हमने पहली बार सुना था की टाटा मोटर्स, फोर्ड के साणंद वाला प्लांट खरीदने में रूचि दिखा रही है, जो कि अब बंद हो चुका है, क्योंकि कंपनी ने भारत में विनिर्माण कार्यों को बंद कर दिया था. पिछली बार हमने आपको बताया था कि सौदा अधिग्रहण के अंतिम चरण में था, और गुजरात राज्य सरकार द्वारा बिक्री के प्रस्ताव की समीक्षा करने के बाद जल्द ही दोनों कार निर्माता आधिकारिक तौर पर इस खबर की घोषणा करेंगे. हालांकि, अब और जानकारी सामने आई है, टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा मोटर्स फोर्ड के साणंद प्लांट में सालाना 2 लाख इलेक्ट्रिक कारों का उत्पादन करना चाहती है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि टाटा मोटर्स अतिरिक्त 2,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा रखती है और 2026 तक इस 2 लाख ईवी विनिर्माण मील का पत्थर हासिल करना चाहती है. टाटा मोटर्स ने गुजरात सरकार को आश्वासन दिया है कि फोर्ड प्लांस से किसी भी कर्मचारी को नहीं हटाया जाएगा. इन घटनाक्रमों की पुष्टि करते हुए टाटा मोटर्स को भेजे गए एक ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला है।
टाटा मोटर्स गुजरात के साणंद में सबसे पहले प्रवेश करने वालों में से एक थी, और नैनो के निर्माण के लिए सुविधा में ₹ 4500 करोड़ का निवेश किया था. वर्तमान में, प्लांट टियागो, टिगोर और टिगोर ईवी का निर्माण करता है और इसकी वार्षिक क्षमता 1.5 लाख यूनिट है. कंपनी वर्तमान में साणंद संयंत्र में प्रति वर्ष लगभग 10,000 ईवी बनाती है और अब फोर्ड के साणंद वाले प्लांट में नए निवेश के साथ, कंपनी ईवी पारिस्थितिकी तंत्र को तेजी से बदलने के लिए तैयार है.
Last Updated on April 16, 2022