टाटा टियागो और टिगोर के सीएनजी मॉडल भारत में हुए लॉन्च, कीमत Rs. 6.10 लाख से शुरू
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने आज यानी 19 जनवरी, 2022 को भारत में नई Tiago और Tigor CNG कारें लॉन्च कर दी है. जहां टाटा टियागो सीएनजी के XE बेस वैरिएंट की कीमत ₹6.10 लाख रखी है वहीं इसके XM मॉडल की कीमत ₹6.40 लाख तय की गई है, जबकि XT की कीमत ₹ 6.70 लाख और XZ+ (ST) की कीमत ₹7.53 लाख और XZ+ (DT) की कीमत ₹ 7.65 लाख रखी गई है. वहीं कंपनी की कॉम्पैक्ट सेडान टाटा टिगोर के सीएनजी में दो ही वैरिएंट उतारे गए हैं, जिसमें टिगोर XZ वैरिएंट की कीमत ₹7.70 लाख तय की गई है जबकि इसके सबसे महंगे मॉडल XZ+ (ST) वैरिएंट की कीमत रु. 8.30 लाख रखी गई है और इसके XZ+ (DT) की कीमत. ₹8.42 लाख है. बता दें यह सभी कीमतें एक्स-शोरूम हैं.
टाटा टियागो iCNG | कीमत | टाटा टिगोर iCNG | कीमत |
---|---|---|---|
XE | ₹ 6.10 lakh | ||
XM | ₹ 6.40 lakh | ||
XT | ₹ 6.70 lakh | XZ | ₹ 7.70 lakh |
XZ+ (ST) | ₹ 7.53 lakh | XZ+ (ST) | ₹ 8.30 lakh |
XZ+ (DT) | ₹ 7.65 lakh | XZ+ (DT) | ₹ 8.42 lakh |
यह भी पढ़ें : लॉन्च से पहले टाटा टिगोर सीएनजी को डीलरशिप स्टॉकयार्ड पर देखा गया
Tata Tiago iCNG को 4 वेरिएंट्स- XE, XM, XT और XZ+ में पेश किया गया है
लुक्स या क्रिएचर कम्फर्ट के मामले में, दोनों मॉडल - टियागो और टिगोर अपने पेट्रोल-संचालित समकक्षों के समान ही रहेंगे. पावरट्रेन विकल्पों के संदर्भ में, हमें कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. दोनों ही कारों के सीएनजी मॉडल 1.2-लीटर रेवोट्रॉन पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित होते हैं जो 73 बीएचपी की ताकत के साथ आएंगे. दोनों ही कारें 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन विकल्प के साथ उपलब्ध हैं.
टिगोर और टियागो दोनों मॉडलों के सबसे महंगे वैरिएंट में 7.0-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो स्मार्टफोन कनेक्टिविटी विकल्पों के साथ आता है, आपके संगीत सुनने के लिए कार में एक जेबीएल-हार्मन साउंड सिस्टम दिया गया है, इसमें ड्राइवर सीट एडजेस्टमेंट के साथ स्टियरिंग पर कंट्रोल्स दिये गए हैं, दोनों मॉडल डिजिटल-इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर क्लोज फ्यूल लिड वार्निंग जैसे सुरक्षा फीचर्स के साथ आते हैं और अगर फ्यूल लिड खुला है तो इंजन स्टार्ट नहीं होगा. यह एक लीक डिटेक्शन सिस्टम से भी लैस है जहां किसी भी रिसाव को भांपने पर पावरट्रेन स्वचालित रूप से पेट्रोल में बदल जाता है. जोकि सीएनजी कारों को देखते हुए काफी सुरक्षित टेक्नोलॉजी है.
पिछले साल ईंधन की कीमतों में भारी बढ़ोतरी को देखते हुए, लोग पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों के विकल्प की तलाश कर रहे हैं और सीएनजी की काफी मांग है, खासकर मेट्रो शहरों में. यहां तक कि सरकार भी सीएनजी ईंधन पर अधिक जोर दे रही है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के अनुसार, भारत में 2019 में 143 शहरों में 1,300 स्टेशनों की तुलना में अब तक 293 शहरों में 3,500 सीएनजी फिलिंग स्टेशन हैं. अब इसके 2025 तक 6,000 स्टेशनों तक और विस्तार होने की संभावना है. 2030 तक 10,000 स्टेशनों तक पहुंचें.