टोयोटा और सुज़ुकी साथ मिलकर भारत में बनाएंगी इलैक्ट्रिक कारें, जानें क्या हुआ दोनों में समझौता
सुज़ुकी और टोयोटा ने मिलकर भारत में इलैक्ट्रिक व्हीकल लाने पर समझौता किया है. जहां सुज़ुकी इस कार का प्रोडक्शन करेगी और भारत में बेचेगी, वहीं टोयोटा इस कार के लिए तकनीकी सहयोग करेगी. दोनों ही कंपनियों ने मेमोररैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर दस्तख़त किए हैं. टैप कर जानें कबतक भारत में आएंगी इलैक्ट्रिक कारें?
हाइलाइट्स
- सुज़ुकी इन कारों को मैन्युफैक्चर करेगी और टोयोटा इसमें तकनीकी सहयोग देगी
- दोनों कंपनियां भारत में इलैक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेंगी
- भारत में इन कारों के महत्व और लोगों की प्रतिक्रिया पर एक रिसर्च की जाएगी
टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन और सुज़ुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने एक समझौते पर दस्तख़त किए हैं जिसमें दोनों कंपनियां 2020 तक भारत में इलैक्ट्रिक कारें भारत में पेश करने के लिए मिलकर काम करेंगी. दोनों कंपनियां भारत में वाहनों को इलैक्ट्रिक करने के लिए साथ काम करेंगी और एग्रिमेंट के हिसाब से इसी साल 6 फरवरी से ही दोनों कंपनियों में इसको लेकर बातचीत शुरू हुई थी. मेमोररैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग में ये दोनों कंपनियां आपस में कारों को इलैक्ट्रिक बनाने की टैक्नोलॉजी भी साझा करने वाली हैं. इसके साथ ही दोनों कंपनियों ने कई पहलुओं को इस बिज़नेस पार्टनरशिप से दूर रखा है और बाकी कई सारे बिंदुओं पर दोनों कंपनियों ने सहमति जताई है.
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मेमोररैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग की ज्यादा जानकारी में आपको बता दें कि सुज़ुकी मोटर्स इलैक्ट्रिक व्हीकल्स बनाएगी और भारतीय बाजार में कुछ टोयोटा को भी सप्लाई करेगी, वहीं टोयोटा इस कार में टैक्निकल सपोर्ट देने वाली है. इसके अलावा टोयोटा और सुज़ुकी दोनों मिलकर एक रिसर्च या स्टडी करेंगे जिसमें ये जानने का प्रयास किया जाएगा कि भारत में इलैक्ट्रॉनिक वाहन कितने उपयोगी हैं और देश में इन कारों को अपनाने में कितनी दिलचस्पी होगी. इस स्टडी में इन तथ्यों के अलावा चार्जिंग स्टेशन की बातों पर गौर किया जाने वाला है.
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सुज़ुकी और टोयोटा मिलकर इलैक्ट्रिक कारों के लिए लॉन्च के बाद सर्विस देने के लिए टैक्निकल स्टाफ की ट्रेनिंग और उम्र खत्म हो चुकी बैटरी के सटीक ट्रीटमेंट की बातों को भी इस स्टडी में शामिल करेंगी. सुज़ुकी ने पहले ही इस बात की घोषणा कर दी है कि वो अपनी कारों के लिए लीथियम-इऑन बैटरी खुद बनाने वाली है. इसके लिए कंपनी गुजरात में एक बैटरी मैन्युफैक्चर प्लांट भी बनाने वाली है. यह बैटरी इसीलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे भारत में ही बनाया जाएगा और कीमत में भी यह बाकी बैटरी से कम दाम पर मिलगी.
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मेमोररैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग की ज्यादा जानकारी में आपको बता दें कि सुज़ुकी मोटर्स इलैक्ट्रिक व्हीकल्स बनाएगी और भारतीय बाजार में कुछ टोयोटा को भी सप्लाई करेगी, वहीं टोयोटा इस कार में टैक्निकल सपोर्ट देने वाली है. इसके अलावा टोयोटा और सुज़ुकी दोनों मिलकर एक रिसर्च या स्टडी करेंगे जिसमें ये जानने का प्रयास किया जाएगा कि भारत में इलैक्ट्रॉनिक वाहन कितने उपयोगी हैं और देश में इन कारों को अपनाने में कितनी दिलचस्पी होगी. इस स्टडी में इन तथ्यों के अलावा चार्जिंग स्टेशन की बातों पर गौर किया जाने वाला है.
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