टीवीएस ने ब्रिटिश मोटरसाइकल कंपनी नॉर्टन ख़रीदी
हाइलाइट्स
भारत के प्रमुख दोपहिया निर्माताओं में से एक टीवीएस मोटर कंपनी ने 120 साल पुराने ब्रिटिश मोटरसाइकल ब्रांड नॉर्टन को ख़रीद लिया है. टीवीएस ने एक बयान में कहा है कि उसके अपनी एक सहायक कंपनी के माध्यम से नॉर्टन मोटरसाइकल (यूके) लिमिटेड की कुछ संपत्तियों का अधिग्रहण करके नॉर्टन मोटरसाइकल को 16 मिलियन ब्रिटिश पाउंड की ऑल-कैश डील में हासिल कर लिया है. वर्तमान विनिमय दरों में यह लगभग 153 करोड़ रुपये बैठता है. टीवीएस के बयान में कहा गया है कि यह हाल के दिनों में देखे गए मोटरसाइकिल ब्रांड के सबसे दिलचस्प अधिग्रहणों में से एक होगा और टीवीएस मोटर कंपनी और अंतरराष्ट्रीय दोपहिया बाजार में भारत की तेजी से बढ़ती प्रमुखता को दर्शाएगा.
टीवीएस भारत की तीसरी सबसे बड़ी दोपहिया कंपनी है और बड़े पैमाने पर निर्यात भी करती है.
अधिग्रहण पर टिप्पणी करते हुए टीवीएस मोटर कंपनी के संयुक्त एम डी सुदर्शन वेणु ने कहा, "टीवीएस मोटर कंपनी में यह हमारे लिए एक ख़ास समय है. नॉर्टन दुनिया भर में माने जाने वाला एक प्रतिष्ठित ब्रिटिश ब्रांड है और हमें विश्व स्तर पर बड़े पैमाने पर अवसर प्रदान करता है. यह लेन-देन हमारे मोटरसाइकिल ग्राहकों की आकांक्षाओं को पूरा करने के हमारे प्रयास के अनुरूप है. हम नॉर्टन को अंतर्राष्ट्रीय मोटरसाइकिल दुनिया में अपना गौरव हासिल करने के लिए पूरा समर्थन देंगे."
टीवीएस मोटर कंपनी ने यह भी कहा कि वह नॉर्टन मोटरसाइकल की मौजूदा और आनी वाली बाइक्स को लेकर उत्साहित है जिसमें कमांडो, डोमिनेटर और वी4 आरआर शामिल हैं. बयान में आगे कहा गया है कि नॉर्टन मोटरसाइकिल नए बाजारों तक विस्तार करने के लिए टीवीएस मोटर कंपनी की बड़ी पहुंच और क्षमताओं का लाभ उठा सकती हैं. टीवीएस का बीएमडब्ल्यू मोटरराड के साथ भी सहयोग है, जिसके तहत बीएमडब्ल्यू जी 310 आर और बीएमडब्ल्यू जी 310 जीएस दक्षिण भारत में टीवीएस के प्लांट में बनाई जाती हैं. इसी प्लेटफॉर्म पर बनने वाली टीवीएस की अपनी मोटरसाइकिल भी है, अपाचे आर आर 310.
टीवीएस ने कहा है कि वह डोमिनेटर जैसी नॉर्टन की मौजूदा और आनी वाली बाइक्स को लेकर उत्साहित है.
नॉर्टन मोटरसाइकल्स की शुरूआत सन 1898 में ब्रिटेन के बर्मिंघम में जेम्स लैंसडाउन नॉर्टन द्वारा की गई थी. ट्रायम्फ, बीएसए और रॉयल एनफील्ड के अलावा नॉर्टन अब तक के सबसे लोकप्रिय ब्रिटिश मोटरसाइकिल ब्रांडों में से एक है. रॉयल एनफील्ड तो अब पूरी तरह से एक भारतीय कंपनी बन चुकी है. हाल के दशकों में नॉर्टन कई बार बिकी, ब्रिटिश व्यवसायी स्टुअर्ट गार्नर ने 2008 में एक अमेरिकी मालिक से इसे आखिरी बार खरीदा था.