सिट्रॉएन बसॉल्ट ऑटोमेटिक 5000 किमी ड्राइव रिव्यू: बड़े कैबिन के साथ शानदार सवारी

हाइलाइट्स
पिछले साल लॉन्च हुई सिट्रॉएन बसॉल्ट ने भारतीय मास कार सेगमेंट में एक खास एसयूवी कूपे सेगमेंट में जगह बनाई. सच कहूँ तो, इसे ठंडी प्रतिक्रिया मिली, जिसने हमें पूरी तरह से चौंकाया नहीं, लेकिन इस गाड़ी की कई खूबियों को देखते हुए हमें निराश ज़रूर किया. बेशक, ग्राहक ही राजा है और हमें अपने री़डर्स से सवाल मिले कि बसॉल्ट पर उनका ध्यान क्यों ज़रूरी है. तो, पेश हैं दो महीने लंबी टेस्टिंग के बाद मालिकों से जुड़े सबसे आम सवालों के जवाब.
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प्रदर्शन कैसा हैँ?

बसॉल्ट का 1.2-लीटर, तीन-पॉट टर्बो पेट्रोल इंजन एक भरोसेमंद छोटी यूनिट है. यह आसानी से घूमता है, लेकिन आवाज़ कर्कश होती है. इससे ऐसा लगता है कि कैबिन का इन्सुलेशन ठीक से नहीं है. लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि इस सी-सेगमेंट एसयूवी को आसानी से तेज़ी से भगाने के लिए पर्याप्त पावर है.
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रोज़मर्रा के शहरी इस्तेमाल में, जहाँ ट्रैफ़िक धीमा होता है, गियरबॉक्स शुरू में थोड़ा सुस्त लगता है. लेकिन ज़्यादातर टॉर्क कन्वर्टर-टाइप ऑटोमैटिक कारें ऐसी ही चलती हैं. एक बार जब आप पहले से दूसरे गियर में शिफ्ट कर लेते हैं, तो बनी हुई स्पीड पर्याप्त लगती है. 1500 आरपीएम के बाद इंजन ज़्यादा दमदार लगता है. तभी टर्बो चालू होता है. हालाँकि, रेंगते ट्रैफ़िक में, यह तेज़ गति की तुलना में कम कुशलता दिखाती है.
हैंडलिंग कैसी है?

जब भी आपको सड़क का कोई खाली हिस्सा मिले, या जब भी आप इसे शहर के बीच की यात्राओं पर ले जाएँ, तो बसॉल्ट चलाने का अनुभव बेहद आनंददायक होता है. इसका संतुलित सस्पेंशन इसे अपने ऊँचे गुरुत्वाकर्षण केंद्र के बावजूद एक सामान्य सेडान जैसा संतुलन और शान देता है. इसका संतुलित स्टीयरिंग व्हील अपने भरपूर फीडबैक के साथ आपको ज़बरदस्त नियंत्रण देता है और कार चलाने में काफी मज़ा आता है - यह सहज है. अगर मुझे कुछ कमियाँ निकालनी ही हैं, तो एकमात्र शिकायत तेज़ गति से गाड़ी चलाने के दौरान आने वाली हवा और सड़क की आवाज़ है, जो कैबिन में घुसकर आपको एक शांत ड्राइव से वंचित कर देती है.
आराम कैसा है?

एयर कंडीशनिंग इसकी सबसे बड़ी खूबियों में से एक है. यूरोपीय मूल होने के बावजूद, यह सिट्रॉएन उस कूलिंग पावर की नक़ल करती है जो हम आमतौर पर भारतीय ब्रांडों से जोड़ते हैं. पीछे के एसी वेंट, ब्लोअर कंट्रोल के बिना, भारतीय दोपहरों की सबसे मुश्किल परिस्थितियों के लिए पर्याप्त हैं. पैनोरमिक सनरूफ का न होना भी इसमें मदद करता है.
सीटें आरामदायक और सपोर्टिव दोनों हैं. हमारी टेस्टिंग कार – जो सबसे महंगा मॉडल थी – में अपहोल्स्ट्री फॉक्स लेदर और फ़ैब्रिक का मिश्रण है. यह साफ़-सुथरी दिखती है। लगभग सफ़ेद रंग को गंदगी से बचाने के लिए थोड़ी ज़्यादा देखभाल की ज़रूरत होती है. लेकिन अच्छी बात यह है कि कैबिन चमकदार, हवादार और बड़ा दिखता है. मुझे ड्राइवर सीट के लिए पावर कंट्रोल की कमी खली. पावरफुल एसी होने के कारण सीट वेंटिलेशन मेरे लिए कोई बड़ी कमी नहीं थी, लेकिन चूँकि इस सेगमेंट की ज़्यादातर कारों में यह होता है, इसलिए यह थोड़ी कमी लगती है.

लंबे कद के यात्रियों को पीछे की सीट पर सिर के लिए जगह की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. स्मार्ट अंडर थाई सपोर्ट एडजस्टर - जो किसी भी प्रतिस्पर्धी कार में नहीं देखे जाते - लंबी टांगों वाले यात्रियों को ज्यादा आराम मुहैया कराते हैं.
कनेक्टिवटी कैसी है?
नहीं, बसॉल्ट में ADAS या उसके कई प्रतिद्वंदियों वाली कोई भी कनेक्टेड कार फीचर नहीं है. हालाँकि, एक सिट्रॉएन ऐप ज़रूर है जिसका इस्तेमाल ग्राहक सर्विस से जुड़ी समस्याओं पर नज़र रखने के लिए कर सकते हैं. हालाँकि, स्मार्टफ़ोन सहज तौर पर जुड़ सकता है. यह सबसे महंगे मॉडल में वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले फ़ंक्शन के साथ आता है.

टचस्क्रीन का इंटरफ़ेस अच्छा है और कार हमारे साथ रहने के दौरान विश्वसनीय रही. इसके हैंग होने का एक भी मामला सामने नहीं आया. हालाँकि, कुछ फ़ंक्शन सीमित थे - जैसे कि आप कारप्ले पर गूगल मैप्स को पिंच और ज़ूम नहीं कर सकते, जबकि दूसरी कारों में यह संभव है. इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर छोटा है और थोड़ा पुराना लगता है, लेकिन ड्राइवर तक सभी ज़रूरी जानकारी पहुँचा देता है.
कमी क्या है?
इस दौरान मुझे कुछ चीज़ें बहुत याद आईं. इस सेगमेंट को देखते हुए, बसॉल्ट में बिना चाबी के एंट्री नहीं है. हालाँकि, कार को अनलॉक/लॉक करने के लिए एक रिमोट की ज़रूर है. अंदर जाने पर स्टार्ट/स्टॉप बटन का न होना भी इस बात का संकेत है कि कीमत को नियंत्रण में रखने के लिए कम फीचर्न देने का इरादा था. तीसरी चीज़ जो मुझे इस ऑटोमैटिक में बहुत याद आई, वह था क्रूज़ कंट्रोल. चूँकि अब सड़कों पर स्पीड लिमिटर लगे हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करना आसान होगा कि आप एक्सीलरेटर पर ज़्यादा ज़ोर न दें. साथ ही, चूँकि यह कार लंबी यात्राओं के लिए एकदम सही है, इसलिए यह फीचर्स लंबे हाईवे पर और भी ज़्यादा मददगार होते.

माइलेज कैसा है?
बसॉल्ट हमारे साथ जितने महीने रही, शहर में इसकी सबसे खराब माइलेज लगभग 9 किमी/लीटर रही, और हाईवे पर सबसे अच्छी माइलेज लगभग 16 किमी/लीटर रही. इस कार में 40 लीटर का फ्यूल टैंक है, जिससे इसे लगभग 400-450 किमी तक चलाया जा सकता है. हालाँकि, हमारी टेस्ट कार का फ्यूल गेज तब सटीक नहीं था जब ईंधन का स्तर एक चौथाई टैंक से नीचे चला गया. फ्यूल खाली होने की दूरी काफी अनिश्चित थी और कई बार, झूठे अलार्म और चिंताजनक क्षण भी आते थे.

रोड प्रसेंस कैसी है?
सिट्रॉएन बसॉल्ट देखने में काफी आकर्षक है. निजी तौर पर, इसका डिज़ाइन ज़बरदस्ती का नहीं लगता. इसका सिल्हूट फिसलन भरा लगता है, लगभग एक सेडान जैसा. और सड़क पर चलने वालों की दूसरी नज़र में इसकी सराहना साफ़ देखी जा सकती है. अगर इसका रंग थोड़ा चटख होता तो शायद यह और भी अलग दिखती. 16 इंच के पहिये छोटे नहीं लगते, लेकिन शायद बड़े पहिये इसकी खूबसूरती में और इज़ाफ़ा कर सकते थे.

निर्णय?
अपनी अपरंपरागत कूपे बॉडीस्टाइल के बावजूद, बसॉल्ट एक बेहतरीन एसयूवी के सभी व्यावहारिक पहलुओं पर खरी उतरती है. अच्छा ग्राउंड क्लीयरेंस, पर्याप्त विज़िबिलिटी के साथ चारों ओर आरामदायक दृश्य इसके अलावा पाँच यात्रियों के बैठने की जगह और सामान रखने की भी पर्याप्त जगह मिलती है. इस लिहाज से यह एक बेहतरीन पारिवारिक कार है. शॉर्ट में बसॉल्ट के साथ एक सुखद जुड़ाव रहा. इसकी कीमत बेशक अच्छी है, कुछ खासितों में कटौती के साथ, लेकिन यह बेहतरीन ड्राइव और राइड देती है. ये दोनों ही कार के बुनियादी हिस्से हैं, जो आपको इसे चलाने के लिए प्रेरित करेंगे.