ग्लोबल एनकैप ने संशोधित किये क्रैश टेस्ट के नियम
हाइलाइट्स
ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम, या संक्षेप में ग्लोबल एनकैप ने घोषणा की कि यह भारत के लिए सुरक्षित कारों और अफ्रीका के लिए सुरक्षित कारों के क्रैश परीक्षण कार्यक्रमों के लिए प्रोटोकॉल के एक कड़े नियम के साथ आया है. इस प्रोटोकॉल के में अब ईएससी - या इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण, साइड इफेक्ट सुरक्षा, और पैदल यात्री सुरक्षा को शामिल करने के आधार पर कार का मूल्यांकन और स्कोरिंग भी शामिल होगी.
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पैदल यात्री सुरक्षा परीक्षणों के तहत, ग्लोबल एनकैप एक पैदल यात्री के सिर, श्रोणि, ऊपरी और निचले पैर में चोट लगने के संभावित जोखिमों का आकलन करेगा. ये परिणाम कारों के सामने वाले बम्पर में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों पर भी निर्भर करता है कि टक्कर की स्थिति में पैदल यात्री के बचाव पर कितना ध्यान दिया गया है. अच्छा प्रदर्शन करने वाली कारें अतिरिक्त अंक प्राप्त कर सकती हैं, यदि उनके पास एक ऑटोमेटिक आपातकालीन ब्रेकिंग सिस्टम है जो पैदल चलने वालों को पहचानने में सक्षम होती है.
इसके अलावा, इस बात का मूल्यांकन ग्लोबल एनकैप द्वारा किया जाएगा, जब कार एक साइड इफेक्ट से गुजरती है, तो उसमें बैठने वाले यात्री कितने सुरक्षित हैं. इंजीनियरिंग समाधानों में मजबूती सुनिश्चित करने के लिए, ग्लोबल एनकैप यह तय करेगा कि परीक्षण समान बायोमेकेनिकल और संशोधक मानदंडों का उपयोग करके वाहन के यात्री या चालक पक्ष में किया जाएगा या नहीं.
Last Updated on July 5, 2022