भविष्य में किफायती इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण का केंद्र बन सकता है भारत: स्कोडा
हाइलाइट्स
स्कोडा ऑटो के सीईओ थॉमस शेफर ने मंगलवार को कहा कि भारत भविष्य में किफायती इलेक्ट्रिक वाहनों के हब के रूप में काम करने सहित फोक्सवैगन समूह के लिए वैश्विक बाजारों में एक मजबूत भूमिका निभा सकता है. चेक कार निर्माता, जो समूह की भारत 2.0 परियोजना का नेतृत्व कर रही है, वैश्विक सेमीकंडक्टर्स की कमी से प्रभावित होने के बाद भारत में वर्ष की दूसरी छमाही में आपूर्ति के सामान्यीकरण पर भी नजर बनाए हुए है.
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"उन्होंने कहा " मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारतीय घरेलू बाजार, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने के अलावा दुनिया भर में मौजूद हमारे अन्य बाजारों के संचालन में भी एक मजबूत भूमिका निभा सकता है."शेफर ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, कि फोक्सवैगन भारत से मैक्सिको और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में वाहनों का निर्यात करता है. "हम इसे (भारत) दक्षिण पूर्व एशिया के आधार के रूप में उपयोग कर सकते हैं. यह बेहतरीन अवसर है, भारत को एक बड़ी भूमिका निभाने की जरूरत है. मैं चाहता हूं कि भारत समूह के इस नेटवर्क में सही जगह ले और वह ऐसा कर सकता है.
यह पूछे जाने पर कि क्या आप भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को स्थानीयकृत करने की क्षमता देखतें हैं, इस पर उन्होंने कहा, भारत हमेशा के लिए सिर्फ ICE नहीं हो सकता है, इसलिए समय के साथ वाहन, विशेष रूप से किफायती ईवी एक ऐसा बिंदु होना चाहिए जिसके लिए निवेश किया जाना चाहिए. "उन्होंने आगे कहा कि केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई क्षेत्रों के लिए किफायती ईवी की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, किफायती ईवी लाने का निर्णय करने के लिए हमारे पास अभी भी थोड़ा समय है. लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि भारत 2030 तक पीछे नहीं रहेगा और इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर काफी आगे बढ़ जाए और तब हम इस पर फैसला करेंगे. हालांकि, क्या स्कोडा अगले तीन वर्षों में भारत में ईवी पर निवेश करेगा तो इसे लेकर उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि भारतीय बाज़ार इस व्यापार के लिए अभी थोड़ा छोटा है लेकिन भविष्य में भारत में ईवी को लेकर हमारी निश्चित ही योजनाएं हैं.
शेफर ने यह भी कहा कि स्कोडा, वीडब्ल्यू समूह की ईवी विकास परियोजना का एक हिस्सा है और कम से कम एक छोटी इलेक्ट्रिक कार होगी जिसे भारत में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. सेमीकंडक्टर्स की कमी और यूक्रेन में युद्ध के कारण आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि यूक्रेन की स्थिति भारत में कंपनी के संचालन को उतना प्रभावित नहीं कर रही है, जितना कि चेक रिपब्लिक में प्रभावित हुआ है.
भारत में इस वर्ष के लिए बिक्री और आपूर्ति के दृष्टिकोण के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी "निराशाजनक" रही है और "हम उम्मीद कर रहे हैं कि दूसरी छमाही तक चीजें फिर से सामान्य हो जाएंगी" और कंपनी ग्राहकों के ऑर्डरों को पूरा करने में सक्षम होंगी.
Last Updated on March 23, 2022