अप्रैल 2024 में वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 27% की वृद्धि हुई
हाइलाइट्स
- अप्रैल, 2024 में 16,43,510 दोपहिया वाहन बेचे गए
- अप्रैल 2024 में 80,105 तिपहिया वाहनों की बिक्री हुई
- बिक्री में मजबूत वृद्धि का श्रेय पिछले साल मार्च के बजाय इस साल अप्रैल में नवरात्रि को दिया जा सकता है
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने बुधवार को कहा कि भारतीय ऑटोमोबाइल रिटेल सेग्मेंट ने इस साल अप्रैल में साल-दर-साल (YoY) 27 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है, जबकि महत्वपूर्ण यात्री वाहन सेग्मेंट, जिसमें निजी कारें भी शामिल हैं, में इस अवधि में 16 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो कि मुख्यतः ग्रामीण बिक्री से प्रेरित थी.
FADA ने जारी एक बयान में कहा कि मार्च-अप्रैल की संयुक्त रिटेल बिक्री में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. FADA द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने में ऑटोमोबाइल निर्माताओं द्वारा दोपहिया, तिपहिया, यात्री वाहन, ट्रैक्टर और कमर्शियल वाहनों सहित 22,06,070 वाहन बेचे गए, जो कि अप्रैल, 2023 में बेचे गए 17,40,649 वाहनों की तुलना में बेहतर स्थिति को दिखाता है.
महीने-दर-महीने (MoM) के आधार पर अप्रैल 2024 के दौरान वाहन बिक्री में 3.71 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जोकि मार्च में ऑटोमोबाइल निर्माताओं द्वारा बेचे गए 21,27,177 वाहनों से ज्यादा थी.
अप्रैल 2024 में, यात्री वाहन की बिक्री 3,35,123 वाहन रही, जो पिछले साल इसी महीने के दौरान बेची गई 2,89,056 वाहनों की तुलना में लगभग 16 प्रतिशत अधिक है. वहीं, मार्च में बेचे गए 3,22,345 वाहनों की तुलना में यात्री वाहन की बिक्री में 4 प्रतिशत की MoM वृद्धि देखी गई.
दोपहिया वाहनों की बिक्री के मामले में अप्रैल, 2024 में 16,43,510 बेचे गए, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में बेचे गए 12,33,763 वाहनों की तुलना में 33.21 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि है.
अप्रैल 2024 में 80,105 वाहनों की बिक्री के साथ तिपहिया वाहनों की बिक्री में 9.27 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में 73,310 वाहनों की बिक्री हुई थी. हालाँकि, MoM बिक्री के मामले में एक नकारात्मक रुझान देखा गया है क्योंकि मार्च 2023 में 1,05,222 वाहन बेचे गए थे.
कमर्शियल वाहन सेग्मेंट में इस साल अप्रैल में 90,707 वाहनों की बिक्री हुई, जो कि पिछले साल की समान अवधि में बेची गई 88,663 वाहनों की तुलना में सालाना आधार पर 2.31 प्रतिशत की वृद्धि है. हालाँकि, MoM के आधार पर, CV सेगमेंट में 4.71 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.
FADA के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया के अनुसार ऑटो बिक्री में मजबूत वृद्धि का श्रेय पिछले साल मार्च के बजाय इस साल अप्रैल में नवरात्रि को दिया जा सकता है. सिंघानिया ने कहा, कुल मिलाकर वृद्धि महत्वपूर्ण थी.
उन्होंने कहा कि मार्च और अप्रैल 2024 की तुलना पिछले साल की समान अवधि से करने पर पूरे उद्योग के लिए सालाना आधार पर 14 फीसदी की वृद्धि देखी गई है.
आपूर्ति में सुधार और 125 सीसी मॉडलों की बढ़ती मांग के कारण दोपहिया वाहन सेग्मेंट में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. पेट्रोल-डीज़ल की स्थिर कीमतें, अनुकूल मानसून परिदृश्य, त्योहारी मांग और शादी के मौसम से प्रेरित सकारात्मक बाजार भावनाओं ने इस वृद्धि में योगदान दिया. FADA की प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि आपूर्ति में कुछ देरी के बावजूद, नए मॉडल लॉन्च ने भी विकास को गति देने में मदद की.
पीवी सेगमेंट में नए मॉडल लॉन्च और अनुकूल मानसून पूर्वानुमान ग्राहकों की रुचि को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार हैं, जबकि सीवी सेगमेंट में थोक सौदों से लौह अयस्क, स्टील और सीमेंट जैसे क्षेत्रों में मांग बढ़नी चाहिए. नए इलेक्ट्रिक मॉडलों की मांग और पारंपरिक वाहनों की निरंतर मांग से और गति मिलने की संभावना है.
इन सकारात्मक रुझानों के बावजूद चुनौतियाँ बनी हुई हैं. चुनाव की अनिश्चितता बाजार की धारणा को प्रभावित कर रही है और खरीदारी के फैसले रोक रही है. सीवी सेगमेंट में वित्तीय बाधाएं, अत्यधिक तापमान और अत्यधिक क्षमता विकास को धीमा कर सकती है, जबकि पीवी सेगमेंट में भारी छूट लाभप्रदता को प्रभावित कर सकता है. शादी की तारीखों का न होना और प्रमुख उत्सव कार्यक्रमों की कमी जैसे मौसमी कारक भी मांग को प्रभावित कर सकते हैं.
ऑटो उद्योग अपने निकट अवधि के परिदृश्य को लेकर सतर्क रूप से आशावादी बना हुआ है. नए मॉडलों में ग्राहकों की बढ़ती रुचि के साथ बाज़ार में अवसर मौजूद हैं. हालांकि, FADA आउटलुक में कहा गया है कि चुनाव संबंधी अनिश्चितता और वित्तीय बाधाएं प्रमुख चुनौतियां बनी हुई हैं, जिन पर उद्योग को इस उभरते परिदृश्य को प्रभावी ढंग से नेविगेट करने के लिए बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता होगी.