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महिंद्रा बोलेरो नियो ने ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में किया निराशानजनक प्रदर्शन, मिली 1 स्टार सुरक्षा रेटिंग

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Mahindra Bolero Neo Receives 1 Star Rating In Global NCAP Crash Tests
2016 में स्कॉर्पियो के 0-स्टार प्रदर्शन के बाद #SaferCarsForIndia पहल के तहत महिंद्रा यात्री वाहन को मिली यह सबसे कम रेटिंग है.
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द्वारा ऋषभ परमार

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प्रकाशित अप्रैल 23, 2024

हाइलाइट्स

    फ्रंटल ऑफसेट क्रैश टेस्ट में ग्लोबल एनकैप ने ध्यान दिया कि बोलेरो नियो में एक अस्थिर बॉडी शेल है जो आगे के भार को सहन करने में असमर्थ है, और इसमें एक अस्थिर फुटवेल क्षेत्र भी है. ड्राइवर के सिर की सुरक्षा को मामूली माना गया, ड्राइवर की छाती की सुरक्षा को कमजोर माना गया और ड्राइवर के पैर और घुटनों की सुरक्षा को मामूली माना गया, जो दुर्घटना की स्थिति में 'सामने और पीछे गंभीर चोटों का कारण बन सकता है.' ध्यान देने वाली बात यह है कि सामने वाले यात्री के सिर, पैर और छाती की सुरक्षा को पर्याप्त माना गया था, लेकिन घुटनों की सुरक्षा को मामूली माना गया था.

     

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    ग्लोबल एनकैप के अनुसार, साइड इफेक्ट टैस्ट में यात्रियों के सिर, पेट और एब्डॉमेन को अच्छी सुरक्षा मिली और छाती को पर्याप्त सुरक्षा मिली. हालाँकि, कोई साइड पोल इंपेक्ट टैस्ट नहीं किया गया था, क्योंकि बोलेरो नियो में साइड या कर्टेन एयरबैग नहीं है (केवल डुअल फ्रंट एयरबैग के साथ आती है), और इसमें मानक के रूप में ईएससी भी नहीं है. परिणामस्वरूप, बोलेरो नियो एडल्ट यात्री सुरक्षा पर कुल 34 में से केवल 20.26 अंक ही हासिल कर सकी.

     

    ग्लोबल एनकैप की रिपोर्ट में कहा गया है कि 3 साल की डमी के लिए चाइल्ड सीट, एडल्ट सीटबेल्ट और एक सहायक पैर का उपयोग करके आगे की ओर स्थापित की गई, जिससे सिर पर चोट लगने को सफलतापूर्वक रोका गया, जो लगभग पूरी सुरक्षा देती है. इस बीच 18 महीने की डमी के लिए चाइल्ड सीट को सीटबेल्ट का उपयोग करके पीछे की ओर लगाया गया था और यह सामने से टक्कर के दौरान सिर पर चोट लगने को रोकने में सक्षम नहीं थी, केवल सीमित सुरक्षा दे रही थी. दोनों डमी को साइड इफ़ेक्ट टैस्ट में पर्याप्त रूप से सुरक्षित किया गया था.

    रिपोर्ट में इस बात पर पर जो दिया गया है कि बोलेरो नियो मानक के रूप में सभी यात्रियों के लिए 3-पॉइंट सीट बेल्ट के साथ नहीं आती है,और वाहन मालिकों को पीछे की ओर लगाए गए रियर-फेसिंग चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम (सीआरएस) के बारे में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि यह 'आवश्यकताओं को पूरा नहीं करता' है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सामने वाली यात्री सीट पर पीछे की ओर सीआरएस लगाया गया है जिसमें यात्री एयरबैग को डिस्कनेक्ट करने का कोई विकल्प नहीं है, और सीआरएस इंस्टालेशन 'कई स्थितियों में विफल' रही है. एसयूवी मानक के रूप में ISOFIX चाइल्ड सीट माउंट के साथ भी नहीं आती है. इसके चलते बोलेरो नियो को कुल 49 में से सिर्फ 12.71 अंक के साथ 1 स्टार मिला है.

    mahindra bolero neo receives one star in global ncap crash tests carandbike 2

    ग्लोबल एनकैप ने कहा कि बोलेरो नियो ने साइड इफेक्ट टैस्ट में एडल्ट यात्रियों को पर्याप्त सुरक्षा दी

     

    ग्लोबल एनकैप ने यह भी बताया कि बोलेरो नियो साइड-फेसिंग बेंच सीटों के साथ आती है, जिसके बारे में उसका कहना है कि 'सभी बैठने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम है', यह कहते हुए कि महिंद्रा इस बैठने के विकल्प की पेशकश जारी रखकर ग्लोबल एनकैप की सुरक्षा अपेक्षाओं से कम है. कंपनी ने हाल ही में बोलेरो नियो प्लस का नौ सीटों वाला वेरिएंट लॉन्च किया है, जिसकी कीमत रु.11.39 लाख से रु.12.49 लाख (एक्स-शोरूम) है.

     

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