मारुति सुजुकी ने मानेसर में भारत की सबसे बड़ी इन-प्लांट रेलवे साइडिंग का उद्घाटन किया

हाइलाइट्स
- साइडिंग 46 एकड़ में फैली है, जिसमें 8.2 किलोमीटर इलेक्ट्रिक ट्रैक हैं
- यह प्लांट को 17 हब और निर्यात बंदरगाहों से जोड़ता है
- यह परियोजना हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का हिस्सा है
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) ने मानेसर स्थित अपने प्रोडक्शन प्लांट में भारत के सबसे बड़े इन-प्लांट रेलवे साइडिंग में परिचालन शुरू कर दिया है. इस परियोजना का उद्घाटन केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया. नए प्लांट से कंपनी की लॉजिस्टिक्स दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है.

46 एकड़ में फैले इस रेलवे साइडिंग में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक नेटवर्क शामिल है जिसमें चार पूर्ण लंबाई वाली रेक ट्रैक और एक अतिरिक्त इंजन एस्केप ट्रैक शामिल है, जो कुल मिलाकर 8.2 किलोमीटर है. बुनियादी ढांचे में दो मंजिला स्टेशन भवन, ट्रेन गार्ड और ड्राइवरों के लिए एक समर्पित पथ, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक ट्रेन इंटरलॉकिंग सिस्टम भी शामिल हैं.
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MSIL के मानेसर और गुरुग्राम प्लांट में बने वाहनों को इस साइडिंग से 17 डिलेवरी सेंटर तक पहुंचाया जाएगा, जो भारत भर के लगभग 380 शहरों तक पहुंचेंगे. यह सुविधा मुंद्रा और पिपावाव के निर्यात बंदरगाहों को भी डिस्पैच का समर्थन करती है. पूरी परिचालन क्षमता पर, साइडिंग सालाना 4.50 लाख वाहनों को डिस्पैच कर सकती है.

यह पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान का हिस्सा है और व्यापक हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) के अंतर्गत आता है, जो सोनीपत को पलवल से जोड़ने वाला 126 किलोमीटर लंबा रेल लिंक है. इस परियोजना को हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HORCL) द्वारा क्रियान्वित किया गया है, जो एक संयुक्त उद्यम है जिसमें MSIL ने रु.325 करोड़ का निवेश किया है. इस परियोजना में MSIL का कुल निवेश लगभग रु.452 करोड़ है.
मारुति सुजुकी का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2014-15 से अब तक उसने रेलवे नेटवर्क के माध्यम से कुल मिलाकर 25 लाख से अधिक वाहनों का परिवहन किया है.