2030 तक मारुति सुजुकी लॉन्च करेगी 6 ईवी, व्यापार बढ़ाने के लिए भारी निवेश की तैयारी
हाइलाइट्स
मारुति सुजुकी बड़े स्तर पर निर्माण और अपनी योजनाओं को तैयार करने के लिए जानी जाती है और यह बात किसी से छिपी नहीं है. अपनी इसी प्रतिष्ठा को बनाए रखते हुए, मारुति की मूल कंपनी सुजुकी 2030 तक वैश्विक स्तर पर ₹2.8 लाख करोड़ खर्च करेगी, जिसका एक बड़ा हिस्सा भारतीय बाजार के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
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निवेश का इस्तेमाल प्रोडक्शन प्लांट को बढ़ाने और नई कारों को लॉन्च करने के लिए किया जाएगा. मारुति ने पहले ही पुष्टि की है कि हरियाणा में खरखौदा प्लांट पूरा होने की राह पर है. यह 2025 तक चालू हो जाएगा और इसकी वाहन बनाने की क्षमता 2.5 लाख होगी. एक बार पूरी तरह से चालू होने के बाद यह प्लांट सालाना 10 लाख कारों को बनाने का काम करेगा.
नई कारों को लेकर कंपनी ने पुष्टि की है कि वह 2030 तक अलग-अलग सेग्मेंट में 6 नई इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करेगी. मारुति सुजुकी को उम्मीद है कि उसकी कुल बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी कम से कम 15 प्रतिशत होगी. कंपनी की पहली बैटरी से चलने वाली कार eVX के कॉन्सेप्ट मॉडल को ऑटो एक्सपो 2023 में दिखाया गया था. बाकी ईवी भी कॉम्पैक्ट कारें होने की संभावना है, टीज़र में कई प्रकार के डिजाइन को दिखाया गया है, जो आने वाले संभावित मॉडलों की ओर इशारा करता है.
कंपनी की योजना के अनुसार भविष्य की बिक्री में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी हाइब्रिड और 60 प्रतिशत हिस्सेदारी पेट्रोन इंजन वाली कारों की होगी. मारुति द्वारा यह भी कहा गया है, पेट्रोल इंजन वाली कारों में सीएनजी, बायोगैस और इथेनॉल फ्लेक्स-फ्यूल पर चलने वाली कारें भी शामिल होंगी. यह कारें नियमित पेट्रोल इंजनों की तुलना में कम प्रदूषण करेंगी. मारुति के पास वर्तमान में भारत में सीएनजी से चलने वाली कारों का सबसे बड़ा लाइनअप है. यहां तक कि बलेनो और ग्रांड विटारा जैसी प्रीमियम नेक्सा कारें भी सीएनजी विकल्प के साथ उपलब्ध हैं.
Last Updated on July 7, 2023