मैक्सिस इंडिया का 2021 तक तमिलनाडु में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी का लक्ष्य
हाइलाइट्स
मैक्सिस इंडिया अगले साल तक तमिलनाडु में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी पाने का लक्ष्य बना रही है, क्योंकि राज्य कंपनी के लिए सबसे तेज़ी से बढ़ते दोपहिया बाजारों में से एक है. लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, कंपनी बाइक और स्कूटर दोनों के लिए टायरों की व्यापक रेंज को बढ़ावा देने के लिए शीर्ष स्तर के टायर डीलर और शोरूम बनाने पर ध्यान देगी. वर्तमान में लगभग 600 डीलरों के साथ, मैक्सिस की दक्षिण भारत में अपने आधार के विस्तार करने की योजना है. इसके अलावा, कंपनी अपने साझेदारों के साथ-साथ डीलर नेटवर्क को भी मज़बूत कर रही है, जो ग्राहकों को प्रदर्शन और गुणवत्ता की ओर आकर्षित करने पर ध्यान देगा.
मैक्सिस इंडिया के मार्केटिंग हेड बिंग-लिन वु ने कहा, "कंपनी ने भारत में वर्ष 2020 में 5 साल पूरे कर लिए हैं और हम अब तक की प्रगति से खुश हैं. यह हमारे लिए अगली छलांग लेने का समय है. उत्पाद की गुणवत्ता और स्थायित्व, हम बाजार के प्रीमियम छोर पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. मैक्सिस को गुणवत्ता-जागरूक ग्राहकों द्वारा सबसे अधिक पसंद किया जाता है और हम 2021 तक तमिलनाडु में टायर बाजार के 5% पर कब्जा करने की योजना बना रहे हैं. इसको हासिल करने के लिए, हमारा अगले साल तक इस क्षेत्र में मैक्सिस पोर्टफोलियो के तहत 200 प्रीमियम डीलरशिप जोड़ने का लक्ष्य है".
ये भी पढ़े : एशिया में पहली बार दिखीं बिना ड्राइवर की रोबो टैक्सी
5-दशक पुरानी विरासत के साथ, Maxxis एक विश्व स्तर पर प्रशंसित ब्रांड है जिसने 2015 में भारतीय बाज़ार में प्रवेश किया था. इसके अलावा, ब्रांड के 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को उद्योग के साथ-साथ दोपहिया निर्माताओं से भी बहुत सम्मान मिला है.
कंपनी 2023 तक घरेलू दोपहिया टायर बाजार में कम से कम 15 प्रतिशत हिस्सेदारी का लक्ष्य भी बना रही है. घरेलू टायर बाजार के अलावा, कंपनी का लक्ष्य अपने उत्पाद पोर्टफोलियो से निर्यात बाजार को पूरा करना भी है. शुरुआत में, यह दक्षिण एशियाई को लक्षित करेगा और आगे चलकर अफ्रीका और मध्य पूर्व के देशों में विस्तार करेगा. कंपनी की भारत में 5 और प्लांट लगाने की भी योजना है जो 4-व्हीलर टायरों के बाज़ार पर ध्यान देगी.