पिछले एक साल में दिल्ली में CNG वाहनों से ज़्यादा इलेक्ट्रिक वाहन हुए रजिस्टर: रिपोर्ट

हाइलाइट्स
दिल्ली ईवी नीति की घोषणा 7 अगस्त, 2020 को की गई थी, और इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलने वाली सब्सिडी ने ईवी की कीमतें बड़े अंतर से कम करने में मदद की है. घोषणा के एक साल बाद, शहर में वाहनों की बिक्री के आंकड़े यह बताते हैं कि नीति आने के बाद से क्या बदलाव आया है. हाल की आई एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में ईवी की बिक्री में सीएनजी से चलने वाले मॉडलों की तुलना में बढ़ोतरी देखी गई है. इस साल अगस्त में लगभग 2603 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए, जो इसी अवधि के दौरान बेचे गए 1966 सीएनजी वाहनों से अधिक है. दिलचस्प बात यह है कि यही जुलाई में भी हुआ था, जहां 2357 सीएनजी वाहन और 2413 ईवी बेचे गए.

इस साल अगस्त में लगभग 2603 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए और 1966 सीएनजी वाहन बिके.
दिल्ली सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, ईवी नीति की घोषणा के बाद से नए वाहनों की बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी अगस्त 2019 और जुलाई 2020 के बीच 1.2 प्रतिशत से बढ़कर अगस्त 2020 और जुलाई 2021 के बीच 3.3 प्रतिशत हो गई.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी 2021 में लगभग 1445 ईवी की बिक्री हुई, जबकि उसी महीने सीएनजी वाहनों की बिक्री 2121 इकाई रही. फरवरी में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए यह संख्या बढ़कर 1599 इकाई हो गई, जबकि कुल 2648 सीएनजी वाहन बेचे गए. यह मार्च में था जब ईवी की बिक्री 2914 इकाइयों से अधिक थी, जबकि सीएनजी वाहन की बिक्री 2201 इकाई रह गई. 1120 ईवी और 1551 सीएनजी वाहनों की बिक्री के साथ महामारी की दूसरी लहर के कारण अप्रैल में बिक्री में गिरावट आई. लेकिन मई में केवल 2 ईवी और शून्य सीएनजी वाहनों की बिक्री के साथ आंकड़ा पूरी तरह से गिर गया. हांलांकि जून के बाद बाजार खुलने के साथ ही बिक्री में तेजी देखी गई.
Last Updated on September 13, 2021