हर रोज 200 से ज्यादा टाटा सफारी और हैरियर का निर्माण करती हैं महिलाएं
हाइलाइट्स
क्या आप जानते हैं कि आपकी टाटा हैरियर और सफारी एसयूवी पूरी तरह से महिलाओं द्वारा बनाई गई हैं? यह सच है. फरवरी 2022 से, 1500 महिलाओं का एक दल पुणे, महाराष्ट्र में कंपनी के पिंपरी प्लांट में दो एसयूवी को असेंबल करने के लिए कई शिफ्टों में काम कर रहा है. असेंबली सेक्शन, जिसे पहले TCF-2 (ट्रिम चेसिस फिटमेंट 2) के रूप में जाना जाता था, वर्तमान में ओमेगा फैक्ट्री कहा जाता है, जिस प्लेटफॉर्म पर दो एसयूवी आधारित हैं.
जबकि प्लांट तीन पारियों में कार्य करने में सक्षम है, वर्तमान में प्लांट में केवल दो पारियों का उपयोग किया जा रहा है. कंपनी ने आगे कहा कि फैक्ट्री में हर दिन हैरियर और सफारी की 240 यूनिट बनाने की क्षमता है. पहली एसयूवी को फरवरी 2022 में इस ऑल-वुमेन असेंबली द्वारा असेंबली लाइन से उतारा गया था.
2021 में टाटा मोटर्स ने TCF 2 प्लांट में वाहन बनाने के लिए एक पूर्ण महिला कार्यबल बनाने का निर्णय लिया है. कार निर्माता ने विशेष रूप से आर्थिक रूप से वंचित क्षेत्रों से लड़कियों को शिक्षित और प्रशिक्षित करके प्रक्रिया शुरू की. ऑनबोर्डिंग जून 2021 में शुरू हुई, इसके बाद टीसीएफ 1 प्लांट में ऑन-जॉब ट्रेनिंग और हैंड्स-ऑन अनुभव करवाया गया. कंपनी का कहना है कि महिलाएं अब अपने ज्ञान, कौशल और अनुभव के आधार पर छोटी यात्री कारों से लेकर बड़े कमर्शियल वाहनों तक विभिन्न लाइनों, कार्यों और कई मॉडलों पर काम करने के लिए तैयार हैं.
टाटा मोटर्स का कहना है कि महिला कार्यबल की शारीरिक क्षमताओं के अनुरूप शॉप फ्लोर को एर्गोनॉमिक रूप से एडजेस्ट किया गया था. इसमें रोबोट और उठे हुए वर्कस्टेशन, और पुन: डिज़ाइन किए गए उपकरण और लिफ्ट शामिल हैं. वर्तमान में कंपनी के पास भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र में महिलाओं का सबसे बड़ा निर्माण कार्यबल है.
र्मित एसयूवी सभी RDE (वास्तविक ड्राइविंग उत्सर्जन) के अनुरूप हैं. वास्तव में फरवरी 2023 से टाटा मोटर्स द्वारा निर्मित सभी मॉडल नए बीएस6 फेज़2 उत्सर्जन मानदंडों का अनुपालन करते हैं, जबकि कंपनी ने पहले ही अपडेटेड 2023 मॉडल वर्ष सफारी और हैरियर लॉन्च कर दिया है, अगला हम देखेंगे कि सीएनजी-संचालित अल्ट्रोज़ और पंच की शुरूआत है, इसके बाद नेक्स्ट-जेन नेक्सॉन सबकॉम्पैक्ट एसयूवी है.
Last Updated on April 3, 2023