अब तक देश में जारी हुए 3.54 करोड़ से अधिक फास्टैग
हाइलाइट्स
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा की सभी लेन अब 'फीस प्लाजा की फास्टैग लेन' हैं, और वे पूरी तरह से फास्टैग सिस्टम से लैस हैं. इस साल की शुरुआत में, सरकार ने 15 से 16 फरवरी 2021 की मध्यरात्रि से प्रभावी, डिजिटल भुगतान के माध्यम से टोल लेने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा की सभी लेन को 'FASTag लेन' के रूप में घोषित किया था.
बिना FASTag के लागू शुल्क के दो गुना के बराबर शुल्क का भुगतान करना होता है.
हाल ही में एक अधिसूचना में, परिवहन मंत्रालय ने कहा है कि 14 जुलाई, 2021 तक देश में 3.54 करोड़ से अधिक FASTags जारी किए जा चुके हैं. 14 फरवरी, 2021 को FASTag लेन के रूप में सभी लेन की घोषणा के बाद, FASTag के माध्यम से हो रहे टोल प्लाज़ा पर कुल भुगतान 80 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 96 प्रतिशत तक पहुंच चुके हैं. मंत्रालय ने यह भी कहा कि टोल लेने के लिए प्रक्रिया और तकनीक में सुधार जारी रहेगा और नई तकनीक और प्रक्रिया को अपनाने की दिशा में भी प्रयास किए जाते रहेंगे.
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राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियम 2008 के अनुसार, कोई भी वाहन जिसमें FASTag नहीं लगा है या उसका FASTag वैध नही है, अगर वह टोल प्लाजा की FASTag लेन में प्रवेश करता है, तो उसे श्रेणी के लिए लागू शुल्क के दो गुना के बराबर शुल्क का भुगतान करेगा. गडकरी ने पहले ही कहा था कि FASTag की समय सीमा आगे नहीं बढ़ाई जाएगी, और वाहन मालिकों को तुरंत इस ई-भुगतान सुविधा को अपनाना चाहिए.