FAME II स्कीम में बदलाव के बाद बढ़ने वाली है इलेक्ट्रिक दो-पहिया की बिक्री
हाइलाइट्स
भारत सरकार ने फेम 2 यानी फास्टर अडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल इन इंडिया स्कीम पर मिलने वाले लाभ को बढ़ा दिया है जिससे इलेक्ट्रिक दो-पहिया पर मिलने वाली सब्सिडी बढ़ गई है. सब्सिडी में इस बढ़ोतरी से सामान्य इंजन वाले दो-पहिया और इलेक्ट्रिक दो-पहिया के बीच कीमत का फासला कम हो जाएगा. बता दें कि सरकार द्वारा बढ़ाई गई इस सब्सिडी के बाद इलेक्ट्रिक दो-पहिया के दाम में 10-12 प्रतिशत की कमी आना लगभग तय है. जहां अब भी इलेक्ट्रिक दो-पहिया की खरीद फिलहाल कम है, वहीं ईवी की कीमत घटने के बाद इसकी बिक्री में 8-10 प्रतिशत का इज़ाफा अनुमानित है.
सामान्य इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियां और वो कंपनियां जो सामान्य दो-पहिया वाहन के साथ-साथ इलेक्ट्रिक सेगमेंट में भी मौजूद हैं, उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. एथर ऐनर्जी जैसे ईवी निर्माताओं का मानना है कि इलेक्ट्रिक दो-पहिया पर सब्सिडी मिलने से इसकी बिक्री में तेज़ी आएगी, वहीं टीवीएस मोटर कंपनी को लगता है कि भविष्य के लिए इलेक्ट्रिक यातायात में निवेश बहुत आवश्यक हो गया है और ताज़ा आर्थिक सहायता से इस सेगमेंट की बिक्री में तेज़ी देखी जाएगी.
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सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल की मानें तो इलेक्ट्रिक दो-पहिया सेगमेंट पिछले कुछ साल में काफी बढ़ा है. वित्त वर्ष 2015-16 में इलेक्ट्रिक दो-पहिया बिक्री सिर्फ 20,000 यूनिट थी जो वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 1,52,000 यूनिट हो चुकी है. एसएमईवी के अनुसार इलेक्ट्रिक दो-पहिया सामान्य इंजन वाली सवारी मोटरसाइकिल के मुकाबले 5 साल में रु 80,000 तक बचत करती है. जहां पेट्रोल की मौजूदा कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं, वहीं माना जा रहा है कि इससे भी इलेक्ट्रिक यातायात को बढ़ावा मिलने में आसानी होगी और अगले कुछ साल में इलेक्ट्रिक दो-पहिया बड़ी संख्या में इस्तेमाल किए जाएंगे.