सेमीकंडक्टर्स की कमी की वजह से बढ़ रहा कारों का वेटिंग पीरियड: आनंद महिंद्रा
हाइलाइट्स
महिंद्रा ने पिछले 2 सालों में दो बड़ी एसयूवीज़ लॉन्च की हैं और उन्हें ठीक वैसी ही लोकप्रियता मिली है, जिसकी वह हकदार हैं. महिंद्रा XUV700 और स्कॉर्पियो-एन दोनों देश में कई कार खरीदारों के ध्यान का केंद्र बनी हुई हैं, लेकिन जब वैश्विक चिप की कमी की बात आती है तो यह दोनों एसयूवी संकटों में घिरी नज़र आती हैं. दरअसल, महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने महिंद्रा एजीएम में अपने संदेश में कहा कि कंपनी की कारों पर लंबे वेटिंग पीरियड का एक मुख्य कारण सेमीकंडक्टर्स की कम उपलब्धता है. उन्होंने कहा, “महिंद्रा एंड महिंद्रा में, वाहनों की डिलेवरी के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि का एक मुख्य कारण यह है कि सेमीकंडक्टर्स की उपलब्धता धीमी हो गई है, जो लोग वैश्विक आपूर्ति नेटवर्क के खत्म होने का शोक मना रहे हैं, वह इस तथ्य की अनदेखी कर रहे हैं कि दिक्कतें अन्य वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के बजाय चीन के प्रभुत्व वाले वैश्विक आपूर्ति नेटवर्क में हैं.
वर्तमान में XUV700 की प्रतीक्षा अवधि 20-24 महीने है, जो कि वेरिएंट के आधार पर है, थार की भी प्रतीक्षा अवधि 7 से 8 महीने है. अंत में, स्कॉर्पियो-एन को खरीदने की इच्छा रखने वाले ग्राहकों को भी कार के लिए लंबा इंतजार करने की संभावना है. हालांकि कंपनी ने अभी तक कोई टाइमलाइन नहीं दी है, लेकिन उसने मासिक उत्पादन संख्या बताई है. महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑटोमोटिव और फार्म सेक्टर के कार्यकारी निदेशक राजेश जेजुरिकर ने वित्तीय परिणामों के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विस्तार से कहा, "स्कॉर्पियो-एन की डिलेवरी सितंबर से शुरू होगी, और हम इस साल 20,000 वाहनों की डिलेवरी की योजना बना रहे हैं. हमने प्रति माह 6000 इकाइयों के उत्पादन का लक्ष्य रखा है और निश्चित रूप से उन संख्याओं को आगे बढ़ाएंगे.”
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कंपनी के पास उत्पादन बढ़ाने को लेकर योजना है, लेकिन कई बाधाएं भी सामनें हैं, जैसे सेमी कंडक्टर्स की उपलब्धता जाहिर है, मांग आपूर्ति से अधिक है, और कंपनी को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक सेमीकंडक्टर मुद्दा बेहतर हो जाएगा.