स्कोडा-फोक्सवैगन इंडिया ने स्लाविया, टाइगुन, कुशक और वर्टुस के लिए जारी किया रिकॉल, जानें वजह
हाइलाइट्स
- सस्पेंशन असेंबली में खराबी के कारण हुआ रिकॉल
- भारत 2.0 वाहन रेंज की 52 कारें प्रभावित हुईं
- स्कोडा, फोक्सवैगन को व्यक्तिगत रूप से ग्राहकों तक पहुंचने की उम्मीद है
स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने स्कोडा स्लाविया, स्कोडा कुशक, फोक्सवैगन वर्टुस और फोक्सवैगन टाइगुन की 52 कारों को वापस बुला लिया है. प्रभावित कारों में वर्टुस और टाइगुन की 38 कारें और स्लाविया और कुशक की 14 कारें शामिल हैं. रिकॉल का उद्देश्य वाहनों के 'ट्रैक कंट्रोल आर्म' में किसी खराबी का निरीक्षण करना और उसका समाधान करना है. प्रभावित कारों का निर्माण 29 नवंबर, 2023 और 20 जनवरी, 2024 के बीच किया गया था.
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रिकॉल 29 नवंबर, 2023 और 20 जनवरी, 2024 के बीच बनी टाइगुन और वर्टुस की 38 कारों को प्रभावित करता है
SIAM में दर्ज की गई जानकारी के अनुसार, कंपनी का कहना है कि 'ट्रैक कंट्रोल आर्म' में 'पार्ट्स स्पालई के अंत में प्रोडक्शन प्रक्रिया में अनियमितता' हो सकती है, जो वाहन और उसमें बैठे लोगों की सुरक्षा को प्रभावित कर सकती है. वाहन चलाते समय पार्ट्स की विफलता से अचानक नियंत्रण खो सकता है और वाहन की स्थिरता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे दुर्घटना हो सकती है, जिससे तीसरे पक्ष को नुकसान हो सकता है और संभवतः वाहन में बैठे लोग घायल हो सकते हैं.
स्लाविया और कुशक की 14 कारें प्रभावित हुईं
परिभाषा के अनुसार, 'ट्रैक कंट्रोल आर्म' व्हील और सस्पेंशन असेंबली को चेसिस से जोड़ने वाले वाहनों के सस्पेंशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. पार्ट्स को पहियों की अप्रिय गति को रोकने और स्थिरता के लिए पहिया और सड़क के बीच बेहतर संपर्क बनाए रखने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
उम्मीद है कि स्कोडा और फोक्सवैगन प्रभावित वाहनों के मालिकों तक व्यक्तिगत रूप से पहुंचेंगे और मालिकों को बिना किसी कीमत के हिस्से को बदलने की संभावना होगी.