टाटा मोटर्स ने मारुति सुज़ुकी एस-प्रेसो की ज़ीरो स्टार सुरक्षा रेटिंग पर साधा निशाना
हाइलाइट्स
ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट के परिणामों का नया दौर इस सप्ताह की शुरुआत में घोषित किया गया था और मारुति सुज़ुकी एस-प्रेसो, ह्यून्दे ग्रैंड आई 10 निऑस और किआ सेल्टोस जैसी भारत में बनी कारों ने उम्मीदों से कम सुरक्षा रेटिंग हासिल की थी. जबकि ग्रैंड आई 10 निऑस ने दो स्टार और सेल्टोस ने तीन स्टार हासिल किए, एस-प्रेसो ख़ासतौर से शून्य सितारों के साथ अलग दिखाई दी. इसपर निशाना साधते हुए टाटा मोटर्स ने सोशल मीडिया पर एस-प्रेसो की ख़राब सुरक्षा रेटिंग पर कटाक्ष किया है. कंपनी ने एक ट्वीट किया जिसमें एक टूटा हुआ कॉफी मग दिखाया गया और लिखा गया, "हम इतनी आसानी से नहीं टूटते" .
यहां निश्चित रूप से टाटा मोटर्स ने चुटकी ली है, लेकिन हमें उम्मीद है कि यह मारुति सुज़ुकी को सुरक्षा पर ध्यान देने और बदलाव करने के लिए प्रोत्साहित करेगा. एस-प्रेसो ने एंट्री-लेवल हैचबैक सेगमेंट में टाटा टियागो को टक्कर दी है जिसने ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट परिणामों में चार-स्टार रेटिंग प्राप्त की थी. डेविड वॉर्ड, अध्यक्ष और सीईओ, ग्लोबल एनकैप ने इसपर कहा कि यह बाज़ार में सुरक्षित कारों को लाने में मदद करेगा.
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मारुति सुज़ुकी एस-प्रेसो ने हाल ही में किए गए ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में शून्य-स्टार रेटिंग पाई है.
मारुति सुज़ुकी ने पहली ही परिणामों पर प्रतिक्रिया दी है और कहा, "भारत सरकार ने हाल ही में कार दुर्घटना परीक्षण मानकों की कठोरता को बढ़ाया है और उन्हें यूरोपीय मानकों के समान बनाया है. कंपनी की सभी कारें इन वैश्विक मानकों के अनुरूप हैं और भारत सरकार द्वारा विधिवत परीक्षण और प्रमाणित हैं". हालांकि यह ज़रूर कहना होगा कि एस-प्रेसो को बच्चों की सुरक्षा के लिए दो सितारे मिले.