टाटा मोटर्स ने कोरोना संकट के बीच कामकाज करने के नियम बदले

हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने अपने कर्मचारियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए अपनी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अपडेट किया है क्योंकि देश कोविड -19 के मामले आसमान छू रहे हैं. नए नियम पूरी कंपनी में अनिवार्य रूप से लागू होंगे. टाटा मोटर्स टीकाकरण में तेज़ी लाने, प्रभावित कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को सहायता देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. टाटा मोटर्स का मुख्यालय मुंबई में है और चाकण, रंजनगांव, पंतनगर, लखनऊ, साणंद, धारवाड़ और जमशेदपुर में कंपनी के प्लांट्स है. इन सभी स्थानों पर नए एसओपी का पालन किया जाएगा.

टाटा मोटर्स टीकाकरण में तेज़ी लाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
देश के विभिन्न हिस्सों में लागू लॉकडाउन से कंपनी के वाहनों की मांग पर असर पड़ने की उम्मीद है. इसलिए कंपनी अपने ग्राहकों, डीलरों और स्पलायर्स के हितों की रक्षा और उनकी सेवा के लिए एक व्यापक योजना लेकर आई है. यह शारूम में मांग के हिसाब से सप्लाई को सुनिश्चित करेगी. स्थिति सामान्य होने पर कंपनी डीलर्स और ग्राहकों की मांगों को पूरा करने के लिए ज़रूरी कदम उठाएगी. अस्थिर मांग को पूरा करने के लिए कच्चे माल की सप्लाय बनाए रखने के लिए कंपनी विक्रेताओं के साथ मिलकर काम करने की योजना बना रही है ताकि इन्वेंट्री स्तरों के साथ तालमेल रखा जा सके.
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हाल ही के दिनों में दिल्ली और मुंबई दो सबसे अधिक कोरोना प्रभावित मेट्रो शहर रहे हैं. दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश (लखनऊ) और झारखंड (जमशेदपुर) जैसे राज्य भी आंशिक रूप से बंद हैं. COVID-19 की दूसरी लहर और भी अधिक खतरनाक साबित हो रही है. देश में पिछले 24 घंटों में 3.52 लाख से अधिक नए मामले और 2,812 मौतें दर्ज की गई हैं.