1 साल से भी कम वक्त में टाटा पंच ने 1 लाख बिक्री का आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
10 महीने से भी कम समय पहले, टाटा मोटर्स ने भारत में अपनी सबसे छोटी एसयूवी, टाटा पंच लॉन्च की थी, और इसने बिक्री के मामले में मील का पत्थर हासिल करते हुए अन्य सभी टाटा कारों को पीछे छोड़ दिया और इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. अब, टाटा मोटर्स ने घोषणा की है कि उसने माइक्रो एसयूवी की 1 लाख इकाइयां बेची हैं, जिससे यह भारत में उस मुकाम तक पहुंचने वाली सबसे तेज एसयूवी बन गई है.
इस मील के पत्थर पर टिप्पणी करते हुए, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के एमडी, शैलेश चंद्रा ने कहा, “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पंच ने 10 महीनों के छोटे टाइम पीरियड के भीतर 1 लाख कारों की बिक्री का आंकड़ा हासिल कर लिया है. यह हमारे 'न्यू फॉरएवर' पोर्टफोलियो की सबसे ज्यादा बिकने वाली एसयूवी में से एक है. यह उपलब्धि ग्राहकों की मजबूत प्रतिक्रिया को बयां करती है और हम उनके निरंतर विश्वास के लिए उनके बहुत आभारी हैं.”
ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से टाटा पंच एक सफल कार बनी हुई है. इसमें हैचबैक के समान आयाम होने के बावजूद एक लंबी एसयूवी वाली ड्राइविंग स्थिति मिलती है, फीचर्स की बात करें तो इसमें ऐप्पल कारप्ले और एंड्राइड ऑटो के साथ 7-इंच का टचस्क्रीन,इंफोटेनमेंट सिस्टम एक डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल और एक फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग मिलता है, जिस पर मीडिया कंट्रोल के बटन दिये गए हैं. आपको विकल्प के तौर पर इसमें टाटा का iRA कनेक्टेड कार टेक भी मिलता है.
हालांकि टाटा पंच की सबसे बड़ी खासियत इसके सुरक्षा स्टैंडर्ड हैं. माइक्रो एसयूवी को ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम से 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली, जिसे ग्लोबल एनकैप के नाम से जाना जाता है, जो इसे भारत की सबसे सुरक्षित कारों में से एक बनाती है. इसमें चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग भी मिली है. पंच की कीमत रु.5.92 लाख (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है.
Last Updated on August 13, 2022