टाटा मोटर्स ने इलेक्ट्रिक वाहनों के कोराबार के लिए जुटाए Rs. 7,500 करोड़

हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने टीपीजी राइज क्लाइमेट के साथ एक समझौता किया है, जिसमें टीपीजी राइज क्लाइमेट, अपने सह-निवेशक एडीक्यू के साथ, एक नई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) व्यापार इकाई में $ 1 बिलियन या ₹ 7,500 करोड़ का निवेश करेगी. सह-निवेशकों के साथ टीपीजी राइज क्लाइमेट की इस नई सहायक कंपनी में 11 से 15 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी, जिसका इक्विटी मूल्यांकन 9.1 अरब डॉलर या रु 68,600 करोड़ से अधिक होगा. टाटा मोटर्स का कहना है कि पूंजी निवेश का पहला दौर मार्च 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है, जबकि पूरा फंड 2022 के अंत तक लगाया जाएगा.

कंपनी का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 10 इलेक्ट्रिक वाहनों का पोर्टफोलियो बनाना है.
टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, "मुझे खुशी है कि टीपीजी राइज क्लाइमेट भारत में बाजार को आकार देने वाले इलेक्ट्रिक पैसेंजर मोबिलिटी बिजनेस बनाने की हमारी यात्रा में शामिल हो रहा है. हम 2030 तक देश में कुल वाहनों में से 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक होने की सरकार की कोशिश में भूमिका निभाने के लिए उत्साहित हैं."
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टाटा मोटर्स की नई सहायक कंपनी अपनी मूल कंपनी के सभी मौजूदा निवेशों और क्षमताओं का लाभ उठाएगी. कार निर्माता ने यह भी कहा कि भविष्य के सभी निवेशों का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों, समर्पित बीईवी प्लेटफार्मों, नई ऑटोमोटिव तकनीकों के साथ-साथ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और बैटरी तकनीकों को बनाने के लिए किया जाएगा. कंपनी का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 10 इलेक्ट्रिक वाहनों का पोर्टफोलियो बनाना है. इसके अलावा, टाटा पावर के सहयोग से, कंपनी भारत में तेजी से ईवी अपनाने की सुविधा के लिए चार्जिंग के बुनियादी ढांचे के निर्माण में भी निवेश करेगी.