कोरोनावायरस लॉकडाउनः मई 2020 में वाहनों के रजिस्ट्रेशन में 89% गिरावट
हाइलाइट्स
मई का महीना अप्रैल की तर्ज पर भारतीय ऑटो जगत के लिए काफी नुकसान वाला रहा है. जहां वाहन निर्माता कंपनियों ने लॉकडाउन के चलते अप्रैल में शुन्य बिक्री दर्ज की थी, वहीं मई का महीना भी अच्छी खबर लेकर नहीं आया है. भारत में मई 2020 में वाहनों के रजिस्ट्रेशन में 88.87प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखी गई है. फैडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स असोसिएशन द्वारा साझा की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल इसी महीने बिके 18 लाख 21 हज़ार 650 वाहनों के मुकाबले मई 2020 में 2 लाख 2 हज़ार 697 वाहन बेचे गए हैं. ऑटोमोटिव डीलर्स असोसिएशन ने कहा है कि बिक्री में भारी गिरावट का कारण कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉकडाउन है जो अब भी भारत के कई हिस्सों में जारी है.
ऑटो इंडस्ट्री के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए फाडा के प्रेसिडेंट आशीष काले ने कहा कि, “इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब अप्रैल के महीने में शून्य बिक्री दर्ज की गई. जहां मई में लॉकडाउन को लेकर कुछ राहत दी गई है, वहीं कई शहरों में 40 दिन बाद ऑटो डीलर्स ने काम करना शुरू किया है. मई 2020 के अंत तक 26,500 आउटलेट्स में से 60प्रतिशत शोरूम्स और 80प्रतिशत वर्कशॉप पर देशभर में काम शुरू कर दिया गया है. मई के रजिस्ट्रेशन भी अच्छे संकेत नहीं दे रहे, क्योंकि भारत के कई हिस्सो में लॉकडाउन अब भी जारी है.”
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इसके अलावा मई 2020 में 30,749 यूनिट पैसेंजर वाहन बिके जो पिछले साल मई में 2 लाख 35 हज़ार 933 यूनिट थे, इस सैगमेंट में 87प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. इसके समान टू-व्हीलर रजिट्रेशन 1 लाख 59 हज़ार 039 यूनिट रहा जो 89 प्रतिशत की कमी दिखाता है. कमर्शियल वाहनों की बात करें तो 2,711 यूनिट के साथ इसमें 96.63 प्रतिशत की गिरावट आई है, वहीं तीन-पहिया वाहनों की बिक्री 1,881 यूनिट रही जो 96.34 प्रतिशत कमी दिखाता है. ट्रैक्टर की बिक्री में कुछ सकारात्मकता दिखी है जहां भारी गिरावट के मुकाबले 75.58 प्रतिशत गिरावट आई है.