फोक्सवेगन 2026 में बनाएगी इंधन से चलने वाले अंतिम वाहन, इलैक्ट्रिक कारों पर फोकस
जोस्ट ने बताया कि फोक्सवेगन ने पेरिस क्लाइमेट अकॉर्ड के लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपनी कारों को एक बेंचमार्क दिया है. टैप कर पढ़ें पूरी खबर...
हाइलाइट्स
फोक्सवेगन के स्ट्रैटेजी चीफ ने कहा है कि जर्मनी की कार मेकर कंपनी इंधन से चलने वाले इंजन तकनीक की आखिरी जनरेशन 2026 में बनाएगी. फोक्सवेगन ने बैटरी से चलने वाले वाहनों के लिए रणनीति तैयार की है, यह रणनीति 2015 में हुए डीजल-एमिशन चीटिंग स्कैंडल के बाद बनाई गई जिसमें कंपनी को ज़्यादा प्रदूशण छुपाने के लिए 27 बिलियन डॉलर का जुर्माना चुकाना पड़ा था. हेंडल्सब्लैट ऑटोमोटिव सम्मिट कॉन्फ्रेंस में फोक्सवेगन के माइकल जोस्ट ने कहा कि, “साल 2026 में इंधन से चलने वाले इंजन प्लैटफॉर्म पर बनाए जाने वाले अंतिम वाहनां का उत्पादन किया जाएगा.”
कंपनी के एक प्रवक्ता ने जोस्ट के कथन की पुष्टि करते हुए बताया कि, यूरोप और चाइना की सबसे ज़्यादा बिकने वाला कार ब्रांड अब सिर्फ इलैक्ट्रिक वाहन बनाएगा. फोक्सवेगन अपने पेट्रोल और डीजल इंजन वाले वाहनों को फिलहाल बनाती और बेचती रहेगी जिसके लिए कंपनी उन्हें आने वाले अनिवार्य पर्यावरण मानकों पर खरा उतरने लायक बनाया जा रहा है. जोस्ट ने यह भी बताया कि ग्लोबल वॉर्मिंग रोकने के लिए रोकने के लिए अब कंपनी प्रतिबद्व है और आने वाले समय में कंपनी सिर्फ इलैक्ट्रिक वाहनों के निर्माण पर फोकस कर रही है.
जोस्ट ने बताया कि फोक्सवेगन ने पेरिस क्लाइमेट अकॉर्ड के लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपनी कारों के डेवेलपमेंट को एक बेंचमार्क दिया है. इसमें उत्पादन के दौरान भी वातावरण में लगातार बढ़ रही कार्बन डाइ ऑक्साइड की मात्रा को तेज़ी से कम करना है.
नोट : इस खबर को एनडीटी स्टाफ ने एडिट नहीं किया है, ये खबर सिंडिकेट फड द्वारा उत्पन्न हुई है.
कंपनी के एक प्रवक्ता ने जोस्ट के कथन की पुष्टि करते हुए बताया कि, यूरोप और चाइना की सबसे ज़्यादा बिकने वाला कार ब्रांड अब सिर्फ इलैक्ट्रिक वाहन बनाएगा. फोक्सवेगन अपने पेट्रोल और डीजल इंजन वाले वाहनों को फिलहाल बनाती और बेचती रहेगी जिसके लिए कंपनी उन्हें आने वाले अनिवार्य पर्यावरण मानकों पर खरा उतरने लायक बनाया जा रहा है. जोस्ट ने यह भी बताया कि ग्लोबल वॉर्मिंग रोकने के लिए रोकने के लिए अब कंपनी प्रतिबद्व है और आने वाले समय में कंपनी सिर्फ इलैक्ट्रिक वाहनों के निर्माण पर फोकस कर रही है.
जोस्ट ने बताया कि फोक्सवेगन ने पेरिस क्लाइमेट अकॉर्ड के लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपनी कारों के डेवेलपमेंट को एक बेंचमार्क दिया है. इसमें उत्पादन के दौरान भी वातावरण में लगातार बढ़ रही कार्बन डाइ ऑक्साइड की मात्रा को तेज़ी से कम करना है.
नोट : इस खबर को एनडीटी स्टाफ ने एडिट नहीं किया है, ये खबर सिंडिकेट फड द्वारा उत्पन्न हुई है.
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