लॉगिन

चंडीगढ़ प्रशासन ने इलेक्ट्रिक वाहन नीति के मसौदे को मंजूरी दी

चंडीगढ़ इलेक्ट्रिक वाहन नीति के तहत, खरीदार दोपहिया पर रु. 5,000 प्रति किलोवाट जो अधिकतम रु. 30,000 प्रोत्साहन प्राप्त कर सकते हैं. वहीं इलेक्ट्रिक कारों पर रु. 10,000 प्रति किलोवाट से रु. 1.50 लाख तक का लाभ मिलेगा.
Calendar-icon

द्वारा ऋषभ परमार

clock-icon

2 मिनट पढ़े

Calendar-icon

प्रकाशित फ़रवरी 12, 2022

हमें फॉलो करें

google-news-icon
Story

हाइलाइट्स

    चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर के पहले इलेक्ट्रिक वाहन नीति के मसौदे को पांच साल के लिए मंजूरी दे दी है, जो 1 अप्रैल, 2022 से लागू होगा. 2022 इलेक्ट्रिक वाहन के लिए ड्राफ्ट की गई नीति का उद्देश्य चंडीगढ़ को पांच साल की अवधि में सभी भारतीय शहरों के मुकाबले जीरो उत्सर्जन वाले वाहनों की संख्या में सबसे बड़ी "ईवी मॉडल सिटी" बनाना है. नीति को मंजूरी मिलने से पहले मसौदा 30 दिनों की अवधि के लिए सार्वजनिक डोमेन में होगा ताकि केंद्र शासित प्रदेश की आम जनता से इसे लेकर सुझाव और टिप्पणियां लिये जा सकें.

    dn3b2078
    मसौदा नीति में ईवी को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ में पेट्रोल और डीजल दोपहिया और तिपहिया वाहनों की संख्या को कम करने का सुझाव दिया 

    चंडीगढ़ इलेक्ट्रिक वाहन नीति में इलेक्ट्रिक साइकिल, दोपहिया, तिपहिया, इलेक्ट्रिक कार्गो वाहनों के साथ-साथ चार पहिया, यात्री और कार्मशियल सहित इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को प्रोत्साहित करने का प्रावधान किया गया है. प्रोत्साहन केंद्र सरकार की फेम II सब्सिडी के बाद लागू होगा, जो ग्राहक इस प्रोत्साहन का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें चंडीगढ़ में वाहन खरीदना और पंजीकृत करना होगा.

    यह भी पढ़ें : 5,384 इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल कर रही सरकारी एजेंसियां: नितिन गडकरी

    मसौदा नीति के तहत, इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के प्रोत्साहन में रजिस्ट्रेशन शुल्क माफ करना शामिल है. इस बीच, 2024 तक चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों को पहले से ही रोड टैक्स से छूट दी गई है. इसके अलावा, अंतिम मील डिलीवरी के लिए उपयोग किए जाने वाले दोपहिया सहित कार्मशियल ईवी को 31 मार्च, 2024 तक इलेक्ट्रिक फ्लीट में बदलना होगा जिसमें कैब एग्रीगेटर भी शामिल होंगे.
    gctmuaoo
    टाटा नेक्सॉन ईवी जैसी कारें नई नीति के तहत रु. 1.50 लाख तक के लाभ के साथ मिलेंगी

    खरीदार दोपहिया पर रु. 5,000 प्रति किलोवाट सेअधिकतम रु. 30,000 का प्रोत्साहन प्राप्त कर सकते हैं. वहीं इलेक्ट्रिक कारों पर रु. 10,000 प्रति किलोवाट से रु. 1.50 लाख तक का लाभ मिलेगा(जो पहले दिये गए रु.75,000 से ज्यादा है). इलेक्ट्रिक-तिपहिया, ई-रिक्शा, ई-कार आदि की खरीद पर रु.30,000 का प्रोत्साहन दिया जाएगा. मसौदा नीति में यूटी में हर साल पेट्रोल और डीजल दोपहिया और तिपहिया वाहनों की संख्या को सीमित करने का भी सुझाव दिया गया है. 

    नीति में सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पांच साल के लिए चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा संचालित पार्किंग स्थल पर पार्किंग शुल्क पर 100 प्रतिशत छूट का भी उल्लेख है. चंडीगढ़ इलेक्ट्रिक वाहन नीति सार्वजनिक चार्जिंग बुनियादी ढांचे को बनाने में भी मदद करेगी और इसका लक्ष्य पहले दो वर्षों में कम से कम 100 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन बनाना है.

    Stay updated with automotive news and reviews right at your fingertips through carandbike.com's WhatsApp Channel.

    पुरानी कारों पर शानदार डील

    सभी यूज़्ड कार देखें

    अपकमिंग कार्स

    अपकमिंग बाइक्स

    और ज्यादा खोजें