एमजी मोटर की अनोखी वेंटीलेटर चुनौती करेगी कोरोनावायरस का सामना
हाइलाइट्स
ऑटोमोबाइल निर्माता कोरोनावायरस वायरस से लड़ने के लिए हर तरह के समाधानों के साथ सामने आ रहे हैं. हाल ही में एमजी मोटर इंडिया ने गुजरात और गुरुग्राम में अपनी सुविधाओं के पास बीमारी से लड़ने के लिए रु 2 करोड़ की आर्थिक सहायता की घोषणा की थी. अब कंपनी ने उन लोगों एक अनोखी चुनौती दी है जो इस जंग में शामिल होना चाहले हैं. चुनौती है कम से कम समय में एक एसा वेंटिलेटर बनाने की जो सटीक काम करता है. ये अफोर्डेबल वेंटिलेटर चैलेंज कंपनी के डेवलपर और ग्रांट प्रोग्राम का एक हिस्सा है और उन रोगियों की सहायता करेगा जो कि घातक कोरोनावायरस से संक्रमित हैं.
एक बार प्रोटोटाइप तैयार हो जाने के बाद चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा उनका मूल्यांकन किया जाएगा. एमजी मोटर इंडिया सर्वश्रेष्ठ वेंटिलेटर डिजाइन को रु 10 लाख देगी. इसके अलावा कंपनी गुजरात के हलोल में अपने प्लांट में चुने हुए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप के उत्पादन में समर्थन भी देगी. किफायती वेंटिलेटरों की तेजी से तैनाती के लिए महत्वपूर्ण आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल, 2020 है. इस चैलेंज में हिस्सा लेने के लिए आप एमजी मोटर इंडिया की वेबसाइट पर जा सकते हैं
कंपनी गुजरात के हलोल में अपने प्लांट में चुने हुए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप के उत्पादन में समर्थन भी देगी
एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष और एमडी, राजीव छाबा ने इस पहल पर कहा, “COVID-19 महामारी ने मरीजों की बढ़ती संख्या का ध्यान रखने के लिए वेंटिलेटर की सख्त जरूरत को जन्म दिया है. देश में वेंटिलेटर की बड़ी कमी है और जो उपलब्ध हैं वे बड़े पैमाने पर इसतेमाल करने के लिए महंगे हैं. एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में, एमजी मोटर इंडिया इस महामारी से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है."