कोरोना लॉकडाउन के चलते बजाज ऑटो के कर्मचारी 10% वेतन कटौती पर सहमत
हाइलाइट्स
कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान ऑपरेटिंग कॉस्ट को कम करने के लिए बजाज ऑटो ने अपने कर्मचारियों के वेतन में 10प्रतिशत कटौती करने का प्रस्ताव रखा है. कंपनी ने 24 मार्च 2020 को उत्पादन बंद कर दिया था. जहां कंपनी की हाल काफी अच्छी है और इसकी आर्थिक स्थिति भी सुद्रढ़ है, फिर भी कंपनी ने जहां से भी संभव हो सके लागत कम करने की फैसला किया है. एक रिपोर्ट के अनुसार बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव बजाज ने इस अवधि के लिए अपनी पूरा वेतन छोड़ दिया है. बजाज ऑटो अपने सभी कर्मचारियों को 24 मार्च से 14 अप्रैल 2020 तक पूरा वेतन देगी. कंपनी के चाकन प्लांट, औरंगाबाद प्लांट और पंतनगर प्लांट के कर्मचारियों का वेतन 10प्रतिशत काटा जाएगा.
बजाज ऑटो के एचआर विभाग ने ईमेल के ज़रिए सभी कर्मचारियों को वेतन में कटौती करने के प्रस्ताव की जानकारी दी जिसके लिए कार एंड बाइक ने बजाज ऑटो से बात की. पीटीआई के हवाले से एक पत्र में कहा गया है कि, "इस अकस्मात स्थिति के चलते कई क्षेत्रों में व्यापार और आय थम गई है और कई कंपनियां कई कंपनियां या तो कॉस्ट कटिंग का ऐलान कर चुकी हैं या इसके बारे में विचार कर रही हैं, इसमें कई कठोर निर्णय भी शामिल हैं. हम इसका आंकलन समय-समय पर करेंगे अगर ये स्थिति और बदतर होती है तो."
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हम अपने कर्मचारियों और सहकर्मियों का भला चाहते हैं और अगर ये कटौती की भी जाती है तो इसकी भरपाई हर संभव कदम उठाकर की जाएगी. इस पत्र में आगे कहा गया है कि कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने इस पहल की शुरुआत खुदसे की है और इस पीरियड में वो पूरे वेतन का त्याग कर रहे हैं. इस रिपोर्ट में आगे ये भी सामने आया है कि बजाज ऑटो की वर्कर यूनियन वेतन में 10प्रतिशत कटौती के फैसलो स्वीकार चुकी है जो लॉकडाउन के दूसरे पड़ाव में शुरू हो गया है. बता दें कि 21 अप्रैल से सभी प्लांट्स के लगभग 5,000 कर्मचारियों के वेतन में 10प्रतिशत कटौती की जाएगी.
सोर्स : इकोनॉमिक टाइम्स