कोरोना महामारीः मारुति सुज़ुकी शुरू कर सकती है वेंटिलेटर्स का उत्पादन, जल्द लेगी फैसला
हाइलाइट्स
देशभर में तेज़ी से फैल रहे कोरोना वायरस की रोकथाम करने और इसपे नकेल कसने के लिए भारत सरकार ने ऑटो निर्माता कंपनियों से वेंटिलेटर्स बनाने में मदद मांगी है. इंडो-जैपनीज़ वाहन निर्माता कंपनी फिलहाल हालिया स्थिति का जायज़ा ले रही है और संभवतः कंपनी वेंटिलेटर्स बनाने का काम शुरू करेगी. इसके अलावा बजाज ग्रुप के हैड राहुल बजाज ने कहा है कि हम अभी विकल्प खोज रहे हैं और हर तरह से बदद के लिए तैयार हैं. मारुति सुज़ुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि, कोविड-19 सबसे बड़ी समस्या है जिससे पूरी दुनिया लड़ रही है. फिलहाल ऑटो निर्माता इसी बारे में सोच रही है और संभवतः कंपनी वेंटिलेटर्स बनाना शुरू करेगी. माना जा रहा है कि मारुति आने वाले 1-2 दिन में इसपर फैसला ले सकती है.
भारत सरकार की मदद के लिए वेंटिलेटर्स का उत्पादन कब शुरू किया जाने वाला है, इसके जवाब में आरसी भार्गव ने बताया कि, "वाहन से विपरीत वेंटिलेटर बहुत अलग उत्पाद होता है. ये कल की ही बात है जब हमने वेंटिलेटर्स बनाने के बारे में बात शुरू की है. ऐसे में हम ये देख रहे है कि वेंटिलेटर किस तरह का उत्पाद है और इसे बनाने में क्या आवश्यक होगा, किस तकनीक का इस्तेमाल किया जाना है. हम बहुत जल्द 1 या 2 दिन में सरकार को जवाब देंगे कि हम ये काम करने वाले हैं या नहीं."
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ऑटो सैक्टर पर पड़े बुरे प्रभाव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि, "इस वक्त यही देश की नीति है जिसमें सभी गैर-ज़रूरी उद्योगों को बंद कर दिया गया है. हम इससे अलग नहीं हैं, इसीलिए हमने भी अपने प्लांट्स बंद कर दिए हैं और क्लोज़ डाउन का मतलब होगा है कोई बिक्री नहीं." इसके अलावा कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि किसी के भी वेतन में कोई कटौती नहीं की जाएगी और किसी को भी इस स्थिति में नौकरी से नहीं निकाला जाएगा. महिंद्रा ने भी आधिकारिक रूप से वेंटिलेटर्स बनाने का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा है.