कोरोनावायरस लॉकडाउन: अप्रैल में एक भी कार नहीं बेच पाई टोयोटा इंडिया
हाइलाइट्स
ऑटोमोबाइल उद्योग को कोरोनावायरस महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन का बुरा असर झेलना पड़ा है. अप्रैल के महीने में तकरीबन हर कंपनी की कोई भी गाड़ी न बिकने की पुष्टी के बाद अब टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने भी यही सूचना दी है. डीलरशिप के साथ-साथ प्लांट भी बंद हैं जिसका मतलब कोई काम आगे नहीं बढ़ रहा है, इन चीज़ों को देखते हुए टोयोटा की मानें तो वे जानते थे कि अप्रैल 2020 के महीने में कोई भी कारोबार नहीं होगा.
एक रीस्टार्ट मैनुअल कारखानों और डीलरशिप को फिर से शुरू करने का रास्ता बताएगा.
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के सेल्स एंड सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट नवीन सोनी ने कहा, ''कोरोना संकट ने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर पहले से मौजूद दबाव को बढ़ा दिया है लेकिन इस बार चुनौतियां और गहरी हैं. लॉकडाउन पूरी तरह से आवश्यक था और लोगों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा समय पर उठाया गया कदम है, हालांकि इसका असर आर्थिक गतिविधि पर भी काफी रहा है."
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हालांकि निराशा के बीच कंपनी के पास भी कुछ अच्छी खबर भी है. वे कहते हैं कि बाजार में कुछ हलचल हुई है क्योंकि डीलरों के पास पूछताछ आ रही है और कंपनी यह सुनिश्चित करेगी कि इन ग्राहकों की ज़रूरतों को ऑपरेशन शुरू करते ही पूरा कर लिया जाए. ग्राहकों का विश्वास हासिल करने के लिए बिक्री प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बनाने की तैयारी की गई है, जिसमें ग्राहक को वाहन का ऑलनाइन दौरा कराना, लोन विकल्पों का चयन और ऑनलाइन बिल देना शामिल है. खरीद पूरी होने के बाद वाहन को ग्राहक के दरवाजे पर डिलेवर किया जाएगा.